राष्ट्रपति मुर्मू कल जाएंगी मथुरा की यात्रा पर, महाराजा एक्सप्रेस बनेगी ‘प्रेसीडेंट स्पेशल’

इस ऐतिहासिक सैलून में देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद से लेकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तक ने यात्रा की। कई विदेशी अतिथियों ने भी इसमें सफर किया है। रेलवे सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति की यात्रा देखते हुए रेलवे और राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 सितंबर को मथुरा-वृंदावन की यात्रा करेंगी। राष्ट्रपति की इस विशेष यात्रा के लिए भारतीय रेलवे ने महाराजा एक्सप्रेस को ‘प्रेसीडेंट स्पेशल ट्रेन’ के रूप में तैयार किया है। यह ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मथुरा तक चलेगी। इस ऐतिहासिक सैलून में देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद से लेकर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तक ने यात्रा की। कई विदेशी अतिथियों ने भी इसमें सफर किया है। रेलवे सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति की यात्रा देखते हुए रेलवे और राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। ट्रेन में चलने वाले लोको पायलट और गार्ड्स को विशेष प्रोटोकॉल की ट्रेनिंग दी गई है। सुरक्षा कारणों से राष्ट्रपति के ट्रेन से सफर करने से पहले ट्रैक पर एक रेलगाड़ी चलाई जाएगी। उसके बाद जीएम या डीआरएम का निरीक्षण वाहन दौड़ेगा। ट्रैक और सुरक्षा की पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही राष्ट्रपति स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी। इस ऐतिहासिक सैलून में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जाकिर हुसैन, वी. वी. गिरी, नीलम संजीव रेड्डी भी सफर कर चुके हैं। 25 जून 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी दिल्ली से कानपुर तक इसी ट्रेन से यात्रा की थी। राष्ट्रपति सैलून नेशनल रेल म्यूजियम में संरक्षित… आजादी के बाद से कई दशकों तक राष्ट्रपति की यात्रा के लिए विशेष ‘राष्ट्रपति सैलून’ का प्रावधान था। इसमें दो कोच होते थे,एक राष्ट्रपति के लिए और दूसरा स्टाफ के लिए। वर्ष 1956 में तैयार यह सैलून तकनीकी सीमाओं के कारण तेज रफ्तार से नहीं चल सकता था। राष्ट्रपति कार्यालय के आदेश पर वर्ष 2024 में इसे विरासत के तौर पर नेशनल रेल म्यूजियम में संरक्षित कर दिया गया। अब लग्जरी ट्रेनें बनेंगी राष्ट्रपति की सवारी…. राष्ट्रपति सैलून को संग्रहालय में संरक्षित करने के बाद अब राष्ट्रपति की यात्रा के लिए चार लग्जरी ट्रेनों को निर्धारित किया गया है। इनमें पश्चिम भारत के लिए रॉयल ओरिएंट एक्सप्रेस, दक्षिण-पश्चिम के लिए डेक्कन ओडिसी, उत्तर व मध्य भारत के लिए महाराजा एक्सप्रेस और राजस्थान के लिए पैलेस ऑन व्हील्स शामिल हैं। इन ट्रेनों में न केवल अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं, बल्कि राष्ट्रपति की सुरक्षा, आराम और प्रोटोकॉल का भी पूरा ध्यान रखा जाता है।
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