
हरीश साल्वे ने संविधान (एक सौ तीसवां संशोधन) विधेयक 2025 का समर्थन करते हुए कहा कि यह बिल्कुल सही है कि नेता जेल में बैठकर सचिवालय नहीं चलाएंगे। उन्होंने हवाला डायरी मामले का हवाला देते हुए कहा कि आरोप लगने पर कई नेताओं ने इस्तीफा दे दिया था। साल्वे ने स्पष्ट किया कि यह कानून केवल राजनेताओं को जेल से ऑफिस चलाने से रोकता है अयोग्य नहीं ठहराता।
संविधान (एक सौ तीसवां संशोधन) विधेयक 2025 पर बोले हरीश साल्वे
भारत के पूर्व सॉलिसिटर जरनल (SGI) हरीश साल्वे (Harish Salve) ने संविधान (एक सौ तीसवां संशोधन) विधेयक 2025 का समर्थन करते हुए कहा कि इसमें केवल इतना कहा गया है कि नेता जेल में बैठकर सचिवालय नहीं चलाएंगें, यह बिल्कुल सही और समझदारी वाली बात है।
हरीश साल्वे ने कहा कि मुझे लगता है कि यह बेहद शर्मनाक है कि हमें ऐसे विधेयक की जरूरत है। यह बात सच है कि कोई यह दावा कर रहा है कि उसे जेल की कोठरी से एक मंत्री का कर्तव्य निभाने का अधिकार होना चाहिए, जबकि देश की सर्वोच्च अदालत ने कहा है कि वे जेल की कोठरी में रहने के हकदार हैं।