मोटापे से पायें छुटकारा, शोध में हुआ खुलासा- सर्दी में विटामिन ए चर्बी मिटाने की प्रक्रिया करता है तेज

हाल ही में किए गए शोध से खुलासा हुआ है कि सर्द मौसम का तापमान इंसानों में विटामन ए की मात्रा बढ़ा देता है. विटामिन ए की मात्रा में वृद्धि से सफेद रंग के हानिकारक वसा ऊतक भूरे रंग के मुफीद वसा ऊत्तक में बदल जाते हैं. जिसके बाद चर्बी घुलने और गर्मी पैदा होने लगती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि ये मोटापा में कमी का कारण बनता है.

विटामिन ए पर शोध दे सकता है मोटापे का इलाज-

तेजी से चर्बी जलाने में विटामिन ए की अहम भूमिका को मेडयूनी वियाना डिविजन ऑफ एंडोक्रीनोलॉजी एंड मेटाबोलिज्म के शोधकर्ताओं ने साबित किया है. शोध के नतीजे को मोलेकुलर मेटाबोलिज्म पत्रिका में प्रकाशित किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इंसानों और स्तनपायी जीवों में दो तरह की चर्बी के भंडार की पहचान की जा सकती है. एक, सफेद रंग के हानिकारक वसा और दूसरा, भूरे रंग के मुफीद वसा ऊत्तक.

मोटापा बढ़ने के दौरान, ज्यादा कैलोरी मुख्य रूप से सफेद चर्बी में इकट्ठा होती है. इसके विपरीत, भूरे रंग की चर्बी ऊर्जा को घुलाती है और इसलिए गर्मी पैदा होती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि चर्बी में बदलाव की प्रक्रिया अतिरिक्त ऊर्जा स्राव के साथ होती है. इंसानों के शरीर में 90 फीसद सफेद रंग की चर्बी का भंडारण होता है. ये आम तौर पर पेट, निचले हिस्से और ऊपरी जांघ पर पाई जाती है. सफेद रंग के हानिकारक वसा ऊत्तक भूरे रंग के मुफीद वसा ऊत्तक में बदलाव ज्यादा वजन और मोटापे से लड़ने के लिए नया विकल्प साबित हो सकता है.

सर्दी में विटामिन ए की मात्रा बढ़ने का खुलासा-

उन्होंने बताया कि शोध के नतीजे से पता चलता है कि मोटापा के इलाज में विटामिन ए की मुख्य भूमिका होने के साथ ऊर्जा मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है. इसलिए, इसे मोटापे के इलाज के विकास में आशाजनक दृष्टिकोण माना जा रहा है. हालांकि, उन्होंने मोटापे से पीड़ित शख्स को बिना डॉक्टरी सलाह के विटामिन ए का सप्लीमेंट्स ज्यादा इस्तेमाल करने से सावधान किया है. इसके लिए जरूरी है कि विटामिन सही मात्रा में और सही वक्त पर स्वस्थ्य कोशिकाओं तक पहुंचाया जाए.

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