ऍमपी : दोहरे ऐप से त्रस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मानदेय वृद्धि और तकनीकी सुधार की मांग तेज

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने कामकाज में आ रही समस्याओं को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने काले कपड़े पहनकर ब्यौहारी तहसील कार्यालय पहुंचकर विरोध जताया और मांग की कि उनके मानदेय को पोषण ट्रेकर और संपर्क ऐप से न जोड़ा जाए। कार्यकर्ताओं का कहना है कि पोषण ट्रेकर और मध्यप्रदेश के विशेष संपर्क ऐप में एक जैसी जानकारी दर्ज करनी पड़ती है, जिससे उन्हें दोहरा काम करना पड़ता है। इससे न सिर्फ समय और संसाधनों की बर्बादी होती है, बल्कि उनकी कार्यक्षमता और मनोबल पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है।

 

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुषमा शर्मा ने कहा, “हम दोनों ऐप्स में बार-बार एक ही जानकारी डालने को मजबूर हैं। इंटरनेट की धीमी गति के कारण हमें घंटों संघर्ष करना पड़ता है और कई बार वेतन में कटौती भी हो जाती है।” कार्यकर्ताओं ने बताया कि ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में यह समस्या और भी गंभीर है, जहां तेज इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इस वजह से गणनाएं और रिपोर्टिंग सही ढंग से नहीं हो पाती।

 

गौरतलब है कि 9 जुलाई 2025 को राष्ट्रव्यापी केंद्र बंद हड़ताल के दौरान भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने मुद्दे उठाए थे, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने अन्य समस्याओं के साथ-साथ मानदेय में वृद्धि की मांग भी रखी और मुख्यमंत्री व महिला एवं बाल विकास मंत्री से इस पर तत्काल संज्ञान लेने की अपील की।

E-Paper