उत्तराखंड: नींद की झपकी या फिर तेज रफ्तार…क्या है हादसे का कारण

मसूरी में झड़ीपानी-चूनाखाला मार्ग पर शनिवार सुबह एक कार अनियंत्रित होकर 60 मीटर नीचे दूसरी सड़क पर जा गिरी। कार सवार पांच छात्र-छात्राओं की मौत हो गई। जबकि, एक छात्रा गंभीर रूप से घायल है। सभी कार से मसूरी घूमने आए थे। लेकिन हादसे की वजह क्या है ये बड़ा सवाल बना हुआ है।

मसूरी में एक सप्ताह के भीतर दो अलग-अलग सड़क हादसों में आठ लोगों की मौत हो गई है। शनिवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे ने हर किसी को झकझोर दिया।झड़ीपानी-चूनाखाला मार्ग पर जिस जगह पर हादसा हुआ वहां सड़क पर तीव्र मोड़ है।

अचानक कार मोड़ पर अनियंत्रित होकर गिर गई और नीचे सड़क पर आ गई। हादसे की वजह अनियंत्रित स्पीड या चालक को नींद की झपकी बताई जा रही है। हालांकि, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पर्यटन सीजन शुरू होते ही मसूरी में पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गई। पहाड़ पर वाहन चलाने हुए लापरवाही होने से दुर्घटनाएं हो रही हैं। 29 अप्रैल को हरियाणा से मसूरी घूमने आए पर्यटकों की कार मसूरी के हाथी पांव मार्ग में गहरी खाई में गिर गई। जिसमें तीन पर्यटकों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस हादसे को लोग भूला भी नहीं पाए थे शनिवार को झड़ीपानी रोड में कार दुर्घटना में पांच छात्र-छात्राओं की मौत हो गई।
शनिवार सुबह जिस जगह पर हादसा हुआ वहां सड़क पर तीव्र मोड़ है। अधिकतर चालक मोड़ पर तेज रफ्तार वाहन को नियंत्रण नहीं कर पाते हैं। लोनिवि के अधिकारियों का कहना है कि हादसे वाले स्थान पर पैराफिट लगाए गए हैं।
एसडीएम डॉ. दीपक सैनी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। बताया कि जिस स्थान पर घटना हुई है वहां सड़क किनारे पैराफिट लगा है। कार दुर्घटना में पैराफिट भी टूटकर नीचे गिर गया। एसडीएम ने बताया कि कार दुर्घटना के कारणों की जांच की जाएगी। उन्होंने आशंका जताई कि कार की गति तेज रही होगी। या सुबह का वक्त होने से चालक को नींद की झपकी आ गई होगी।
एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। कहा कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। एसपी सिटी ने बताया कि हाथी पांव में कुछ दिनों पूर्व कार हादसा हुआ था। उसके बाद मार्ग पर संवेदनशील सभी जगहों पर लोनिवि से क्रैश बैरियर लगाने के लिए कहा गया है।
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