विराट की ‘जिद’ से धुलेगा एजबेस्टन का ‘दाग’, बर्मिंघम में जमेगी टीम इंडिया की धाक!
नई दिल्ली: टीम इंडिया का टेस्ट फॉर्मेट में इंग्लैंड के मैदान पर अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है. सौरव गांगुली, मोहम्मद अजहरुद्दीन और महेन्द्र सिंह धोनी जैसे कई दिग्गज कप्तान भी इंग्लैंड में टीम को टेस्ट सीरीज में जीत नहीं दिला सके. अब बारी है विराट कोहली की. टीम इंडिया कोहली की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी. सीरीज का पहला मुकाबला बर्मिंघम में 1 अगस्त से 5 अगस्त तक खेला जाना है. मुकाबले से पहले जान लें बर्मिंघम में भारतीय टीम का कैसा प्रदर्शन रहा है…
बर्मिंघम में भारतीय टीम ने आखिरी टेस्ट मैच धोनी की कप्तानी में अगस्त 2011 में खेला था. इस मुकाबले में टीम इंडिया को पारी और 242 रन से हार का सामना करना पड़ा था. मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में ऑल आउट होने तक 224 रन बनाए. इसके जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 710 रन बना डाले. इंग्लैंड की तरफ से खतरनाक बल्लेबाजी करते हुए एलिस्टर कुक ने 294 रन की पारी खेली. हालांकि दूसरी पारी में भारतीय टीम 244 रन पर ही ऑल आउट हो गई और मुकाबला हार गई.
इससे पहले भारत और इंग्लैंड जून 1996 में इस मैदान पर आमने-सामने हुए थे. तब भारतीय टीम की कमान अजहरुद्दी के हाथ में थे. इस मुकाबले में भारत ने पहले पारी में ऑल आउट होने तक 214 रन बनाए. इसके बाद दूसरी पारी में भी महज 219 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. इसके जवाब में इंग्लैंड ने पहली पारी में 313 रन और दूसरी पारी में महज 2 विकेट खोकर 121 रन बना लिए और मैच 8 विकेट से जीत लिया. इस तरह भारतीय टीम एक और टेस्ट मुकाबला हार गई.
भारत ने 1986, 1979, 1974 और 1967 में भी इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में मैच खेला था. लेकिन इस दौरान भी उसे एक भी सफलता हाथ नहीं लगी. इस तरह टीम आज तक बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच नहीं जीत पायी. लेकिन अब स्थितियां बदलीं हैं. इसलिए भारतीय प्रशंसकों ने टीम जीत की उम्मीद होगी. ऐसे में कोहली को अग्नि परीक्षा से गुजरना होगा. उनके पास इतिहास बदलने का एक सुनहरा मौका है. हालांकि वनडे सीरीज में हार का सामना करने के बाद टेस्ट मैच में जीत हासिल करना चुनौतीपूर्ण होगा.