
साल 2025 में तांबे की कीमत 50% बढ़ गई हैं, और $12,000 प्रति टन से ऊपर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। इसका असर कॉपर शेयर पर देखने को मिल रहा है इसलिए हिंदुस्तान कॉपर के शेयर 1 साल की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, और सोने से ज्यादा रिटर्न दिया है, जहां गोल्ड ने एक साल में 70 फीसदी रिटर्न डिलीवर किया तो हिंद कॉपर के शेयर 90 फीसदी तक चढ़ गए। 26 दिसंबर को हिंदुस्तान कॉपर के शेयर 8% बढ़कर 473 रुपये प्रति शेयर हो गए, जो नवंबर 2010 के बाद उनका सबसे ऊंचा स्तर है, क्योंकि सप्लाई कम होने के कारण शंघाई में तांबे की कीमतें नए रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं।
एक साल में 90% रिटर्न
26 दिसंबर को हिंद कॉपर के शेयर 452 रुपये पर खुले और इंट्रा डे में 474 रुपये का हाई लगा दिया। हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों ने 2025 में अब तक 89% की बढ़ोतरी हुई है, जो मेटल्स इंडेक्स पर सबसे ज़्यादा बढ़ने वाला स्टॉक है। क्योंकि, मेटल इंडेक्स इस अवधि में 24% बढ़ा।
हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों में तेजी की क्या वजह?
दरअसल, हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों में तेजी की एकमात्र वजह तांबे के भाव में आई तेजी से है। शंघाई में कॉपर के प्राइस रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं और न्यूयॉर्क में भी इसमें तेज़ी आई। वहीं, निवेशकों को 2026 में कॉपर की ग्लोबल सप्लाई कम होने की उम्मीद है, साथ ही वे कमज़ोर अमेरिकी डॉलर के असर से भी तांबे के भाव में तेजी आ रही है।
क्या है कंपनी का कारोबार
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL), पब्लिक सेक्टर की कंपनी है, जिसे नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड से काम संभालने के लिए बनाया गया था। यह पहली भारतीय सरकारी कंपनी और एकमात्र वर्टिकली इंटीग्रेटेड तांबा बनाने वाली कंपनी है।