बुक्कल नवाब ने कहा, मैं तो बहुत पहले से हनुमान भक्त हूं
लखनऊ। लंबे समय तक सपा की साइकिल पर सवार रहे बुक्कल नवाब ने वैसे तो भाजपा सरकार बनते ही रंग बदलना शुरू कर दिया था और कुछ दिनों बाद सत्ताधारी पार्टी में शामिल भी हो गए थे। लेकिन, भाजपा से एमएलसी बनना तय होने के बाद मंगलवार को उन्होंने पूरी तरह भगवा बाना धारण कर लिया। भगवा कुर्ता पहने नवाब ने हजरतगंज स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन तो किया ही माथे पर महावीरी टीका लगाकर 20 किलो का पीतल का घंटा चढ़ाया और जयश्री राम के नारे लगाए। पत्रकारों के सवाल पर उन्होने कहा-‘मैं तो बहुत पहले से हनुमान भक्त हूं। उनसे जो मांगा, मिला है।
बुजुर्ग समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे बुक्कल नवाब दो बार सपा से विधान परिषद सदस्य रहे हैं। भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा ने उन्हें फिर से विधान परिषद का टिकट देकर रिटर्न गिफ्ट दिया है। सोमवार को नामांकन करने के कुछ देर बाद ही उन्होंने हजरतगंज मंदिर में घंटा चढ़ाने की घोषणा की थी। आम तौर पर सफेद कुर्ता-पाजामा पहनने वाले बुक्कल नवाब मंगलवार को दिन में 12 बजे भगवा कुर्ते में हनुमान मंदिर पहुंचे। हनुमान जी को शीश झुकाकर नमन किया। घंटा चढ़ाने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनके पूर्वज भी हनुमान भक्त थे।
लखनऊ में दो मंदिर उनके पूर्वजों ने बनवाए। एक सवाल के जवाब में कहा कि जब सपा में थे तब भी अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनाने की मांग की थी और आज भी उस बात पर कायम हैं। श्रीराम मंदिर बना तो वह दस लाख रुपये का मुकुट भी चढ़ाएंगे। यह पूछने पर कि हनुमान जी के दर्शन करने पर उनके खिलाफ फतवा जारी हो गया तो क्या करेंगे? इस पर बोले, वह किसी फतवे से नहीं डरते।