क्या आप जानते हैं कि आपके पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट कहा हैं, किसके पास है और आपके पुराने नोटों के साथ क्या हो रहा है..? क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की..? आपने सोचा भी नहीं होगा कि जिन नोटों के लिए आपने दिन रात मेहनत कर इतना पसीना बहाया, उन नोटों का ऐसा हश्र होगा कि जानकर आप चौंक जाएंगे।
दरअसल, कटर मशीन से इन नोटों को काटा जा रहा है। इसके बाद इन नोटों की ईंट बनाने का काम किया जा रहा है। आप जानते भी नहीं ये ईंट किस काम आने वाली है? जी हां, इन ईंटों को निलाम किया जाएगा। इसके बाद इन्हें आग लगाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने एक आरटीआई के तहत यह जानकारी दी है। आरबीआई के अनुसार 30 अगस्त 2017 तक 15 लाख 28 हजार नोट वापस आ गए थे। उस वक्त यह बड़ा सवाल बन गया था कि अब इन नोटों का बैंक क्या करेगी..?
क्योंकि नोट चलन से बाहर हो चुके थे। यह नोट बाजार में तो वापस आएंगे नहीं तो फिर बैंक इन नोटों का क्या करने वाली है..? आरटीआई द्वारा पूछे गए सवालों का आरबीआई ने जवाब देते हुए जानकारी दी कि अब इन पुराने नोटों का विघटन किया जाएगा।
आरबीआई के मुताबिक इन नोटों की वेरीफिकेशन एंड प्रोसेसिंग के बाद इन्हें ब्रिकेड सिस्टम के जरिए ब्रिक्स में तैयार किया जाएगा। सबसे पहले इन नोटों को वैरीफाई किया जाता है, फिर इन नोटों को कटर मशीन में डालकर काटा जाता है।
कटे हुए नोटों को ब्रिकेडिंग मशीन में डाला जाता है, जहां प्रेसिंग के जरिए इन कटे हुए नोटों की ईंट तैयार की जा रही है। नोटों को ईंट की शक्ल दिए जाने के बाद इन ईंटों की नीलामी कर दी जाएगी और फिर इन्हें आग जलाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।