दावोस में पीएम मोदी के भाषण का कायल हुआ विश्व, चीन ने भी की प्रशंसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) सम्मेलन में जो भाषण दिया, उसकी पूरे विश्व में चर्चा हो रही है। भारत के प्रतिद्वंदी देश भी नरेंद्र मोदी की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। चीन ने खुलकर पीएम मोदी के भाषण को सराहा है। मोदी ने इस भाषण के दौरान आतकंवाद, जलवायु परिवर्तन और संरक्षणवाद को दुनिया के सामने तीन सबसे बड़ी चुनौती बताया है।
पीएम मोदी के दावोस में दिए गए भाषण की प्रशंसा करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संरक्षणवाद के खिलाफ दिया भाषण सुना। ये बयान दर्शाता है कि मौजूदा वक्त में ग्लोबलाइजेश दुनिया का ट्रेंड बन गया है। इससे विकासशील देशों समेत सभी देशों को लाभ पहुंचता है। संरक्षणवाद के खिलाफ लड़ने और ग्लोबलाइजेशन को बढ़ावा देने में भारत और चीन के बीच काफी समानता है।
प्रधानमंत्री मोदी के बयान का समर्थन करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने भारत समेत दुनिया के सभी देशों के साथ समन्वय बढ़ाने का आह्वान किया है। साथ ही दुनिया की आर्थिक ग्रोथ बढ़ाने के लिए आर्थिक ग्लोबलाइजेशन को बढ़ावा देने की बात कही। पीएम मोदी ने कहा था, ‘ग्लोबलाइजेशन अपने नाम के विपरीत सिकुड़ता चला जा रहा है। मैं यह देखता हूं कि बहुत से समाज और देश ज्यादा से ज्यादा आत्मकेंद्रित होते जा रहे हैं।’
जलवायु परिवर्तन पर मोदी की टिप्पणी का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह बहुत बड़ी वैश्विक चुनौती है। मोदी के नेतृत्व में भारत ने इस संबंध में न सिर्फ महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है बल्कि उसे हासिल करने के लिए अभूतपूर्व कदम भी उठा रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हर वैश्विक मंच से आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की है। डडब्ल्यूईएफ में भी उन्होंने दुनिया से आतंकवाद को परास्त करने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।