सैन्य अफसरों ने लैंड नहीं होने दिया उत्तराखंड के CM का हेलीकॉप्टर, हेलिपैड पर रख दिए ड्रम
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एक बड़ी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में बाल-बाल बच गए. वह रविवार को हेलीकॉप्टर से उत्तरकाशी से देहरादून आ रहे थे. यह दुर्घटना उस वक्त होने वाली थी जब सीएम का हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर उतर रहा था. लेकिन पायलट की सूज बूझ से यह बड़ा हादसा होते-होते टल गया. रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हेलीकॉप्टर को देहरादून के जीटीसी हेलिपैड पर सेना ने उतारने से मना कर दिया. सेना के एक अधिकारी ने इसके लिए हेलिपैड पर दो ड्रम रख दिए. जिसके कारण सीएम के हेलीकॉप्टर को दूसरी जगह उतारा गया. इस मामल में मुख्यमंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने इसको लेकर सेना के सामने शिकायत दर्ज की है.
जीओसी की इस हरकत की शिकायत रक्षा मंत्रालय से भी की जाएगी. रावत को रविवार को हेलीकॉप्टर से देहरादून के जीटीसी हेलीपैड से उत्तरकाशी के सांवणी में हुए अग्निकांड पीड़ितों का हालचाल जानने और प्रभावित परिवारों को राहत राशि देने के लिए जाना था. रविवार दोपहर सवा बारह बजे जब मुख्यमंत्री की फ्लीट हैलीपैड पहुंची तो उसी दौरान जीओसी सब एरिया देहरादून ने अपनी निजी गाड़ी फ्लीट के आगे रोक दी.
नगर क्षेत्राधिकारी और छावनी थानाध्यक्ष द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री की फ्लीट आने की जानकारी दिये जाने के बावजूद वह गाड़ी हटाने की जगह विवाद करने लगा और उसने कथित रूप से धमकी दी. हालांकि, सैन्य अधिकारी ने मुख्यमंत्री के वाहन को जाने की जगह देते हुए सभी पुलिसवालों को अपनी गाडियों समेत बाहर रहने को कहा. इसके बाद मुख्यमंत्री रावत हेलीकॉप्टर से उत्तरकाशी रवाना हो गये,
इसके बाद, रविवार को ही अपराह्न साढ़े तीन बजे जब मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर जीटीसी पर उतर रहा था. उसी वक्त सेना के जवानों ने ‘एच’ पर दो ड्रम रखकर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग में अवरोध उत्पन्न कर दिया. पहले तो पायलट को ऊपर से ‘एच’ पर रखे ड्रम नहीं दिखाई दिए लेकिन जब हेलीकाप्टर नीचे आया तो उसने ड्रम देख लिये और समझदारी दिखाते हुए तत्काल हेलीकॉप्टर को दूसरी जगह उतारा.
मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की सूचना एक दिन पहले ही सब एरिया को दिये जाने के बावजूद सैन्य अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के जीवन से खिलवाड़ करने की कोशिश की. जीटीसी हेलीपैड पर मुख्यमंत्री की सुरक्षा से खिलवाड़ को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने इस संबंध में थाना छावनी में रिपोर्ट लिखाई है. उन्होंने इसकी प्रति अपर पुलिस महानिदेशक (अभियोजन और सुरक्षा) को देकर जरूरी कार्रवाई के लिए लिखा है.