टीम इंडिया का आज लॉर्ड्स में ‘महाटेस्ट’, राहुल-रिषभ पर टिकी सारी उम्मीदें
लॉर्ड्स में आखिरी दिन भारतीय टीम का महाटेस्ट होगा क्योंकि अगर शुभमन गिल की सेना पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट के आखिरी दिन अपनी दूसरी पारी में 135 रन बना लेती है तो वह इस सीरीज में इंग्लैंड से बहुत आगे हो जाएगी। वैसे तो इस मैदान में 344 रनों तक का सफलतम लक्ष्य हासिल किया जा चुका है लेकिन इस गर्मागर्म सोमवार को ऐसा करना इतना आसान नहीं होने वाला है क्योंकि पांचवें दिन पिच और खराब होगी।
पहले तीन दिन की अपेक्षा चौथे दिन ही यहां पर गेंदबाजों को नर्सरी छोर से असमान उछाल मिल रहा था जिसके कारण रविवार को 14 विकेट गिरे। 1-1 से बराबर सीरीज में बढ़त बनाने के लिए इंग्लैंड को सिर्फ छह विकेट की दरकार है लेकिन अगर पहली पारी में शतक लगाने वाले केएल राहुल (नाबाद 33) दूसरी पारी में भी बड़ा स्कोर बनाते हैं तो खेल बदल जाएगा।
निश्चित तौर पर मैच ऐसी जगह है जहां मैं आपको नहीं बता सकता कि कौन जीतेगा लेकिन मैं इतना जरूर कह सकता हूं यही असली क्रिकेट है। अगर भारत यहां से जीतेगा तो एक ऐसे कप्तान का उदय होगा जो सालों तक इस टीम का नेतृत्व करेगा।
राहुल के साथ रिषभ पंत के पास एक बार फिर खुद को हीरो साबित करने का मौका है। हालांकि बेन स्टोक्स और उनकी टीम हर कदम पर उनको रोकने की हर मुमकिन कोशिश करेगी। कोई भी जीते, कोई भी हारे लेकिन यह टेस्ट यादगार होने वाला है।
भारतीय गेंदबाजों का कमाल
मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और नीतीश रेड्डी ने चौथे दिन के पहले ही सत्र में चार विकेट लेकर अंग्रेजों के पसीने छुड़ा दिए थे। दूसरे सत्र में स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने फार्म में चल रहे जो रूट और जेमी स्मिथ को आउट करके भारतीय टीम को राहत की सांस दिलाई।
जसप्रीत बुमराह के भाग्य ने साथ नहीं दिया वर्ना इंग्लैंड की दूसरी पारी 192 की जगह कुछ पहले ही आउट हो जाती। गेंदबाजों को नर्सरी छोर से ज्यादा मदद मिल रही थी। सिराज ने पहले सत्र में सात ओवर के अपने स्पैल में महज 11 रन देकर दो विकेट हासिल किए।
दूसरे छोर से बुमराह ने इंग्लिश ओपनर जैक क्राउली को बहुत परेशान किया। विपक्षी बल्लेबाजों के साथ तीखी बहस में माहिर सिराज ओपनर बेन डकेट को पवेलियन छोर से आउट करने के बाद जोश में आ गए। डकेट और उनका कंधा भी टकराया। उन्होंने स्टंप को निशाना बनाने के लिए अपनी लाइन एवं लेंथ में थोड़ा बदलाव किया और ओली पोप के रूप में एक और विकेट मिल गया। हालांकि भारत को इसके लिए रिव्यू का इस्तेमाल करना पड़ा।
भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने बुमराह की जगह नीतिश रेड्डी को गेंदबाजी पर लगाया और पहली पारी में दो विकेट लेने वाले इस आलराउंडर ने मैच में दूसरी बार क्राउले को आउट किया। रेड्डी ने आफ स्टंप के बाहर गेंद डाली और क्राउले ने ड्राइव करने का प्रयास किया लेकिन गली में यशस्वी जायसवाल उनका कैच लपकने में सफल रहे।
हैरी ब्रूक ने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए आकाशदीप की गेंद पर दो रैंप शाट लगाए और फिर मिड-आफ पर छक्का जड़ दिया। आकाश स्टंप पर गेंदबाजी करते रहे और इसका फायदा उन्हें तब मिला जब ब्रूक स्वीप करने से चूक गए और उनका मिडिल स्टंप बिखर गया।
इंग्लैंड ने पहले सत्र में 87 रन पर चार विकेट खो दिए थे लेकिन बाद में रूट और स्टोक्स ने पांचवें विकेट के लिए 67 रन की अमूल्य साझेदारी की। सुबह दुर्भाग्यशाली रहे बुमराह ने शाम होते-होते दो विकेट लिए। अगर आपने मैच नहीं देखा तो आपको लगेगा कि जसप्रीत ने अपने कद के हिसाब से प्रदर्शन नहीं किया लेकिन अगर आपने उनका दिन का पहला स्पैल देखा होगा तो आपके मुंह से वाह ही निकलेगा।
बुमराह ऐसी जगह से गुड लेंथ गेंद फेंक रहे थे जहां से वह उछलकर बल्ले के हैंडल तक जा रही थी या विकेटकीपर के दस्तानों में पहुंच रही थी। बुमराह के पहले स्पैल में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने 11 गलत शाट खेले, जिनमें से नौ गलत शाट क्राउली के थे।
वॉशिगटन के चार विकेट
जब कुलदीप यादव को दरकिनार करते हुए वॉशिंगटन सुंदर को इस टेस्ट मैच में खिलाया गया तो उस पर सवाल उठे थे लेकिन इस स्पिनर ने जो रूट, बेन स्टोक्स, जेमी स्मिथ और शोएब बशीर के रूप में चार विकेट लिए। उन्होंने चारों बल्लेबाजों को बोल्ड किया। इंग्लैंड ने आखिरी चार विकेट सिर्फ 11 रन पर गंवाए जिस