यूपी : चरस पिलाई… फिर चाकू से काट दी गर्दन, प्रेमी से इसलिए कराया पति का कत्ल

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने अपनी पति की हत्या प्रेमी और उसके दोस्त से करा दी। महिला की पति दोनों के प्रेम प्रसंग में बाधा बन रहा था, साथ ही वह उसके शौक पूरे नहीं कर पा रहा था।

हत्याकांड को पूरी योजना के तहत अंजाम दिया गया। हत्या के बाद शव को नाले में फेंक दिया था। पुलिस ने मामले में मृतक की पत्नी और प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। प्रेमी के दोस्त की तलाश जारी है।

घर से पांच किमी दूर ई-रिक्शा चालक की हत्या
जानकारी के अनुसार, गंगाघाट कोतवाली के मोहल्ला अखलाक नगर निवासी ई-रिक्शा चालक इमरान उर्फ काले की छह जुलाई की घर से पांच किमी दूर अचलगंज थाना क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी। सात जुलाई को अचलगंज थाना क्षेत्र में हाईवे किनारे नाले की पुलिया पर लोगों ने खून फैला देखा तो शक हुआ। पुलिस ने जांच की तो सिल्ट भरे नाले में शव मिला था।

कॉल डिटेल से हत्याकांड का पर्दाफाश
मृतक और उसकी पत्नी शीबा के फोन की कॉल डिटेल निकलवाई तो एक के बाद एक परतें खुलने लगीं। थानाध्यक्ष राजेश पाठक ने बताया कि मृतक इमरान के मोहल्ले से पता चला कि छह जुलाई की रात नौ बजे तुरकिया बदरका निवासी फरमान उर्फ चुन्ना अपने मोहल्ले के साथी रफीक के साथ इमरान को अपनी बाइक से कर्मी बिजलामऊ की ओर जाते देखा गया था।

तीन साल पहले शीबा ने इमरान से की थी दूसरी शादी
मृतक के बड़े भाई सलमान ने पूछताछ के दौरान बहू शीबा पर शक जताया तो पुलिस ने उस दिशा में जांच शुरू की। पता चला कि शीबा पहले से शादीशुदा थी। तीन साल पहले शीबा ने इमरान से दूसरी शादी की थी, दोनों के एक बेटी है। भाई ने 18 जून को सऊदी अरब से लौटे फरमान के शीबा के घर आने-जाने की जानकारी भी दी।

प्रेमी से रोज घंटों बात करती थी शीबा
पुलिस ने शीबा से पूछताछ शुरू की तो वह पहले गुमराह करने का प्रयास करती रही। बाद में सर्विलांस की मदद से जब शीबा और फरमान के बीच रोज घंटों बातचीत की पुष्टि हुई तो पुलिस ने फरमान को उठाया और पूछताछ में घटना की सच्चाई सामने आ गई।

छह माह से मायके में रह रही थी शीबा
शीबा ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी सफीपुर में हुई थी। उसने तीन साल पहले पति को छोड़ दिया और इमरान के साथ रह रही थी। इमरान नशे का लती हो गया था और ई-रिक्शा चलाकर जो भी कमाता था नशे में खर्च कर देता था। पति से झगड़ा होने पर वह छह महीने से अपने मायके में रह रही थी।

छह महीने पहले उसकी मुलाकात फरमान से हुई। फरमान सऊदी अरब में काम करता है और पैसे वाला है। दोनों में नजदीकी हो गई। फिर फरमान विदेश चला गया, लेकिन इस दौरान भी वह दोनों फोन पर बात करते रहे। 18 जून को फरमान साथी रफीक के साथ विदेश से आया और फिर दोनों का मिलना जुलना शुरू हो गया। इमरान को इसकी जानकारी हुई तो उसने शीबा को पीटा और अपने घर चलने के लिए कहा।

मायके में मुलाकात में हो रही परेशानी को देखते हुए फरमान के कहने पर ही शीबा पति के घर चली गई, फरमान ने इमरान से नजदीकी बढ़ाई और घर आने-जाने लगा। इसके बाद शीबा ने फरमान के साथ मिलकर इमरान को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।

फरमान ने अपने साथी तुर्किया बदरका निवासी रफीक को भी शामिल कर छह जुलाई की रात शराब पिलाने के बाद हत्या कर दी, लेकिन पुलिया पर फैला खून घटना का गवाह बन गया और दोनों सलाखों के पीछे चले गए।

चरस पिलाई फिर गर्दन पर चाकू से वार कर मार डाला
थानाध्यक्ष राजेश पाठक ने बताया कि सात जुलाई की शाम फरमान ने अपने साथी रफीक के माध्यम से इमरान को लखनऊ-कानपुर हाईवे पर मिलने के लिए बुलाया। दोनों ने इमरान को पहले चरस पिलाई फिर अधिक मात्रा में शराब पिलाई, अधिक नशे में होने पर बाइक में बीच में बैठाकर सिटी ड्रेन की पुलिया पर आए।

सुनसान देख दोनों ने मिलकर इमरान को पहले सड़क पर पटक दिया, बाद में फरमान ने उसकी गर्दन पर चाकू से वार किया। इमरान ने बचाव में हाथ से चाकू पकड़ लिया इससे उसकी हाथों की नस भी कट गईं। बाद में दोनों ने उसका गला रेत कर शव पुलिया के नीचे दलदल में फेंक कर भाग निकले।

आगे जाकर हत्या में प्रयुक्त चाकू झाड़ियों में फेंक दिया, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। एसओ ने बताया कि हत्या के बाद दोनों विदेश भागने की फिराक में थे। जिसमें शीबा और फरमान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, रफीक अभी फरार है। वह विदेश न भाग पाए इसके लिए लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है।

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