एक साल में 160% रिटर्न, अब सरकार से मिला 65 हजार करोड़ का ऑर्डर

एयरोस्पेस सेक्टर की दिग्गज सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को सरकार से एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है। रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना (Indian Air Force) की मारक क्षमता बेहतर करने के लिए HAL को 97 और तेज हल्के लड़ाकू विमान (LCA MK-1A) बनाने का ऑर्डर दिया है। यह सरकारी टेंडर 65 हजार करोड़ रुपये का है।

भारत सरकार ने इससे पहले अमूमन इतना बड़ा ऑर्डर विदेशी कंपनियों को ही देती थी। लेकिन, यह पहली दफा है, जब किसी स्वदेशी मिलिट्री हार्डवेयर कंपनी इतना बड़ा ऑर्डर दिया गया हो। इससे स्वदेशी कंपनियों में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के बढ़ते स्तर की झलक मिलती है।

HAL को लगातार मिल रहे बड़े ऑर्डर

HAL को 2021 में एयरफोर्स की खातिर 83 तेजस मार्क-1ए बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। यह डील 46,898 करोड़ रुपये में हुई थी। HAL ने भी फाइटर एयरक्राफ्ट बनाने की रफ्तार तेज कर दी है। कंपनी 2025 तक सालाना 24 विमान तैयार करने का टारगेट हासिल कर सकती है।

LCA मार्क-1A के 65 प्रतिशत से अधिक इक्विपमेंट भारत में बने हैं। इससे एयरोस्पेस में भारत की आत्मनिर्भरता झलक मिलती है। एक्सपर्ट इसे मेक इन इंडिया की ओर बड़ी छलांग बता रहे हैं।

क्या HAL के शेयर प्राइस में आएगा उछाल?

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार (12 अप्रैल) को भारतीय शेयर बाजार में तबाही आई थी। एक ही दिन में निवेशकों के 2.52 लाख करोड़ रुपये से अधिक डूब गए। लेकिन, कमजोर बाजार में भी डिफेंस सेक्टर की दिग्गज कंपनी HAL के शेयरों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा।

ट्रेडिंग के दौरान HAL की शेयर प्राइस 3,677 रुपये तक पहुंच गई थी, जो इसका ऑल टाइम हाई है। हालांकि, आखिर में इसमें थोड़ा करेक्शन दिखा। फिर भी HAL का शेयर 2.05 प्रतिशत चढ़कर 3637.90 रुपये पर बंद हुआ।

पिछले एक महीने में HAL ने 20 प्रतिशत का रिटर्न दिया। वहीं, निवेशकों को पिछले 6 महीने में 85 और एक साल में 160 प्रतिशत का मुनाफा हुआ है। अब सरकार से इतना बड़ा ऑर्डर मिलने के बाद मार्केट एक्सपर्ट उम्मीद जता रहे हैं कि HAL के शेयरों में और भी ज्यादा तेजी आएगी।

जेफरीज इंडिया (Jefferies India) ने HAL को ‘buy’ रेटिंग दी है। जेफरीज का मानना है कि वित्त वर्ष 2030 तक कंपनी का रेवेन्यू पांच गुना बढ़ सकता है। जेफरीज ने HAL का टारगेट प्राइस 3,900 रुपये तय किया है, जो मौजूदा बाजार भाव से करीब 18 फीसदी अधिक है।

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