फिल्म पद्मावत को लेकर राजपूतों में उबाल, रिलीज को लेकर दी बड़ी चेतावनी
फिल्म पद्मावत को लेकर राजस्थान में बवाल मचा हुआ है। राज्य सरकार जहां राजपूत समाज को शांत करने में जुटी है, वहीं राजपूत समाज की महिलाओं ने रविवार को हाथों में तलवारें लेकर चित्तौड़गढ़ में रैली निकाली। उन्होंने 24 जनवरी को चित्तौड़गढ़ दुर्ग के उसी स्थान पर जौहर करने की फिर से चेतावनी दी है, जहां रानी पद्मनी ने 16 हजार रानियों और दासियों के साथ जौहर किया था। करणी सेना का कहना है कि जौहर के लिए अब तक दो हजार महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है।
राज्य सरकार आज जाएगी सुप्रीम कोर्ट
मामले को शांत करने में जुटी राजस्थान सरकार सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा याचिका दायर करेगी। इसके लिए राज्य के तीन आइएएस अधिकारी और अतिरिक्त महाधिवक्ता रविवार को दिल्ली गए हैं। फिल्म रिलीज होने की तारीख 25 जनवरी के निकट आते देख वसुंधरा राजे सरकार और अधिक सक्रिय हो गई। प्रदेश के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने रविवार को लगातार दूसरे दिन राजपूत समाज के नेताओं के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने की अपील की।
मनाने में लगा सरकारी तंत्र
फिल्म रिलीज होने की तारीख निकट आते देख राजपूत समाज में बढ़ रहे आक्रोश और धरने-प्रदर्शनों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र राठौड़, गजेन्द्र सिंह खींवसर, पुष्पेन्द्र सिंह, राजपाल सिंह शेखावत व बीज निगम के अध्यक्ष शंभु सिंह सहित राजपूत विधायकों एवं भाजपा पदाधिकारियों को राजपूत नेताओं को मनाने के निर्देश दिए हैं। ये सभी मंत्री और विधायक समाज के बीच जाकर सरकार का पक्ष रख रहे हैं।
फिल्म रिलीज हुई तो देशभर में जनता कफ्र्यू
इधर, करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि फिल्म यदि 25 जनवरी को रिलीज होगी तो देशभर में जनता कफ्र्यू लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले 26 जनवरी को भारत बंद का आह्वान किया गया था, लेकिन इस दिन गणतंत्र दिवस होने के कारण फिलहाल निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि समाज का विरोध देशभर में होगा।
सिनेमाघर और वितरक पीछे हटने लगे
फिल्म पद्मावत को लेकर हो रहे विरोध के कारण राजस्थान के सिनेमाघर प्रबंधक और फिल्म वितरक भी रिलीज करने से पीछे हटने लगे हैं। अभी तक प्रदेश के किसी वितरक या सिनेमाघर प्रबंधन ने फिल्म प्रदर्शित करने में दिलचस्पी नहीं ली है। राज्य सरकार के अधिकारी भी सिनेमाघरों के मालिकों और वितरकों के संपर्क में हैं। गुपचुप तरीके से सरकारी अधिकारी इन्हें यही समझाने में जुटे हैं कि वे फिल्म में रुचि न लें।
उत्तर प्रदेश में विरोध, तोड़फोड़ व आगजनी
पद्मावत फिल्म को लेकर क्षत्रिय समाज का आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रेटर नोएडा में जहां करणी सेना व कई अन्य राजपूत संगठनों के युवकों ने रविवार सुबह से लेकर शाम तक जमकर उत्पात मचाया, मॉल व रोडवेज बस में तोड़फोड़ की, एक्सप्रेस वे जाम कर दिया। वहीं नोएडा में डीएनडी टोल बूथ पर जमकर हंगामा व तोड़फोड़ की। प्लास्टिक के एक बैरियर में आग लगाकर कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की गई। वहां मौजूद कुछ लोगों से मारपीट भी हुई है।
अलीगढ़ में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने एलान किया है कि 25 जनवरी को रिलीज होने जा रही फिल्म पद्मावत नहीं चलने देंगे। इसका विरोध हथियारों से किया जाएगा। इसी तरह संभल में क्षत्रिय समाज ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और प्रदेश के मुख्यमंत्री को खून से पत्र लिखा है। जबकि शामली में पद्मावत फिल्म के विरोध में फेसबुक पर राजपूत समाज की पोस्ट पर जय भीम लिखने को लेकर शनिवार रात हरड़ फतेहपुर गांव में विवाद हो गया। दलित समाज के एक युवक के साथ मारपीट की गई। इससे गांव में तनाव पसर गया।
बस सेवा रोकी
पद्मावत पर राजपूत समुदाय के तेवर देखते हुए गुजरात राज्य परिवहन निगम ने उत्तर गुजरात में बस सेवा स्थगित कर दी है। मेहसाणा, पातन, गांधीनगर, साबरकांठा व बनासकांठा में अगले आदेश तक बसें नहीं चलेंगी।