मध्‍यप्रदेश में पर्यटन विभाग के होटल में लगेगी पारंपरिक भोजन की प्रदर्शनी

भोपाल। राज्य सरकार एक से 30 सितंबर तक ‘राष्ट्रीय पोषण माह” मना रही है। इस दौरान पारंपरिक भोजन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग के होटलों में पौष्टिक आहार प्रदर्शनी लगाई जाएगी। वहीं ग्रामीण महिलाओं को सोयाबीन से दूध बनाना सिखाया जाएगा। राज्य सरकार पौष्टिक आहार को त्योहारों से भी जोड़ रही है। इस दौरान सितंबर में आयोजित होने वाले सभी त्योहारों पर बंटने वाला प्रसाद पोषक तत्वों से भरपूर रखा जाएगा और उसे आकर्षक तरीके से तैयार भी कराया जाएगा।

महिला एवं बाल विकास विभाग ने पोषण माह को लेकर सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं। उनसे राज्य स्तर से जारी रणनीति के तहत जिलों में कार्यक्रम कराने को कहा है। विभाग ने तय किया है कि पर्यटन विभाग के इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर व भोपाल के होटलों में पारंपरिक पौष्टिक आहार की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसमें तैयार किए जाने वाले व्यंजनों में मोटे अनाजों का उपयोग किया जाएगा और इन व्यंजनों के वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए जाएंगे।

हर जिले में किसान संगठनों, जैविक कृषि संगठन, प्राकृतिक कृषि से संबंधित किसान, आईसीएआर, मानव अधिकार संगठन और सामाजिक संगठनों को पोषण अभियान से जोड़ने के निर्देश हैं। जिलों में इसके लिए कार्यशाला कराई जाएंगी। मिनरल्स-विटामिन चार्ट के आधार पर सभी स्कूल और कॉलेजों में प्रतियोगिताएं आयोजित करने को कहा गया है। इसका असर गणेशोत्सव पर भी देखने को मिलेगा।

दो अक्टूबर को ग्रामसभाओं में महिलाओं, किशोरियों, बालिकाओं, गर्भवती और धात्री माताओं को बुलाने को कहा है। इसमें पौष्टिक खाद्य सामग्री बनाने पर चर्चा होगी। जल स्रोतों का परीक्षण कराकर रिपोर्ट ग्रामसभा में सार्वजनिक की जाएगी और ग्राम स्तर पर संपन्न् किसानों से सब्जियों के बीज लेकर जरूरतमंद परिवारों को दिए जाएंगे।

आंगनबाड़ियों में बंटेगा दही-मक्खन

राष्ट्रीय पोषण माह के तहत तीन सितंबर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को ककड़ी, दही, मक्खन और मिश्री बांटी जाएगी। केंद्रों में इस मौके पर नृत्य-नाटिका का आयोजन किया जाएगा। जिला व विकासखंड स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित करने और विजेताओं को ईनाम देने के भी निर्देश हैं।

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