2008 के बाद सबसे बड़ी गिरावट, पल भर में 5 हजार करोड़ स्वाहा, आर्थिक मंदी की आहट
2008 की आर्थिक मंदी के बाद अमेरिकी स्टॉक मार्केट डाओ जोंस में सबसे बड़ी गिरावट का असर दुनिया भर के बाजारों में देखने को मिला है. भारत में बजट के पेश होने के बाद से ही गिरावट का रुख झेल रहा शेयर बाजार इस सूचना के बाद मंगलवार सुबह खुलते ही भरभरा कर औंधे मुंह गिर गया. सेंसेक्स में सुबह खुलने के साथ ही 1250 अंक की तेज गिरावट दर्ज की गई. मीडिया रिपोर्टों के आरंभिक अनुमानों के मुताबिक इस कोहराम की वजह से निवेशकों के पांच हजार करोड़ रुपये स्वाहा होने की खबर है.
आर्थिक मंदी
अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज डाओ जोंस जब सोमवार को बंद हुआ तो उसमें अंतिम समय तक 1175 अंकों की गिरावट देखी गई. ये 2008 के वित्तीय संकट के बाद एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है. उस आर्थिक संकट की वजह से अमेरिकी बाजार पूरी तरह से बर्बाद हो गए थे. दुनिया भर में नौकरियों का संकट पैदा हो गया था. उससे उबरने में वैश्विक अर्थव्यवस्था को कई साल लगे थे. अब उसके बाद इस तरह की बड़ी गिरावट से एक दशक बाद एक बार फिर आर्थिक मंदी की आहट सुनाई दे रही है.
वजह
दरअसल अमेरिकी बाजारों में पिछले सप्ताहांत में रोजगार के संबंध में रिपोर्ट आई थी. उसके मुताबिक रोजगार सृजन के मामले में स्थिरता और स्थायित्व आया है और इसके चलते कर्मचारियों की सैलरी बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया गया. इन आंकड़ों के बाद अमेरिका में ब्याज दरों के बढ़ने का अंदेशा व्यक्त किया गया. इसके चलते अमेरिकी बांड यील्ड 2.85 फीसदी तक बढ़ गया. बांड यील्ड का बढ़ना अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी का संकेत होता है.
एशियाई बाजार भरभराए
वैश्वीकरण के इस दौर में अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का सीधा असर भारत समेत एशियाई बाजारों में देखने को मिल रहा है. भारतीय शेयर बाजारों की तरह ही जापान का निकेई सूचकांक में भी शुरुआती कारोबार में चार फीसद से ज्यादा गिरावट देखी गई.
डोनाल्ड ट्रंप
जब अमेरिकी बाजार धराशायी हुए, उस वक्त ज्यादातर अमेरिकी चैनल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण की लाइव कवरेज कर रहे थे. लेकिन ऐतिहासिक गिरावट के चलते चैनलों ने उनके भाषण को हटाकर रिकॉर्ड कवरेज को दिखाना शुरू कर दिया. दरअसल 2008 के वित्तीय संकट के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था एक बार फिर पटरी पर लौट आई थी, लिहाजा इस तरह की गिरावट अमेरिका के लिए किसी दुस्वप्न की तरह है. हालांकि इस बड़ी गिरावट के बाद व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत है और स्टॉक मार्केट में वक्त-वक्त पर इस तरह की गिरावट होती रहती है.