पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में दुष्कर्मियों के खिलाफ एक सुर में महिला सांसदों की गूंजीं आवाजें, पढ़े पूरी खबर

पाकिस्तान (Pakistan)  में दुष्कर्म के बढ़ते मामलों की गूंंज नेशनल असेंबली (National Assembly) में सुनाई दी। दरअसल महिला विधायकों ने दुष्कर्म के आरोपियों के लिए सार्वजनिक तौर पर फांसी देने की मांग के साथ ऐसे मामलों की समीक्षा के लिए संसदीय समिति के गठन का भी प्रस्ताव रखा है। हाल में ही पूर्व राजनयिक शौकत मुकदम की बेटी नूर मुकदम की हत्या उनके एक दोस्त द्वारा कर दिया गया जिसके कारण सांसदों ने संसद में ये मांगें की हैं। नूर मुकदम की हत्या इस्लामाबाद के पॉश इलाके में बड़े बिजनेसमैन के बेटे ने की जो अभी पुलिस की हिरासत में है।

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शुक्रवार को दुष्कर्मियों के खिलाफ एक सुर में महिला सांसदों की आवाजें गूंजीं। देश में महिलाओं और बच्चों के बढ़ते शोषण के मामलों को देखते हुए इन सांसदों ने सर्वसम्मति से दुष्कर्मियों को सार्वजनिक तौर पर फांसी की सजा देने का प्रस्ताव पेश किया है। महिला विधायकों ने दुष्कर्म के मामलों की समीक्षा के लिए संसदीय समिति के गठन की भी मांग की।

असेंबली में आवाज उठाने वाली सभी महिला सांसद देश की सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (Pakistan Tehreek-i-Insaf, PTI), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP)की हैं। यह जानकारी शनिवार को डॉन अखबार में प्रकाशित की गई। विपक्षी पार्टी PML-N की सैयदा नोशीन इफ्तेखार (Syeda Nosheen Iftikhar) ने कहा, ”हम 69 महिलाएं दुष्कर्म के मामलों में तुरंत इंसाफ व आरोपी को सार्वजनिक तौर पर फांसी देने की मांग कर रहे हैं।’ प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी की महिला सांसद आसमां कादिर ने कहा, ‘यदि पाकिस्तान को चलाना है तो दुष्कर्मियों और हत्यारों को सार्वजनिक तौर पर फांसी की सजा देना होगा।’ देश में महिलाओं व बच्चों के शोषण के मुद्दे पर सदन में बोलते हुए कादिर भावुक हो उठीं। 

महिला सांसदों के समर्थन में राइट विंग के जमाती-ए-इस्लामी के मौलाना अकबर चित्राली आगे आए और कहा कि दुष्कर्मी और हत्यारों को सार्वजनिक तौर से फांसी पर लटकाना चाहिए। वहीं मानवाधिकार के लिए संघीय मंत्री शिरीन मजरी ने कहा कि केवल कानून इस मामले में काम नहीं कर रहा इसके लिए समाज की मानसिकता को बदलना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार को महिलाओं की सुरक्षा करनी होगी क्योंकि वे अब शोषण नहीं बर्दाश्त करेंगी।

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