पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को लेकर सपा-भाजपा में छिड़ी जंग

लखनऊ । पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को लेकर सपा और भाजपा में रार छिड़ गई है। सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इसे अपना प्रोजेक्ट बताकर आक्रामक हैं जबकि, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने सपा सरकार के मुकाबले दो हजार करोड़ कम लागत पर इस परियोजना को पूरा करने का एलान किया है। डॉ. पांडेय ने कहा कि अखिलेश ने बिना आधार चुनाव के अंतिम क्षणों में फर्जी शिलान्यास कर दिया। कहां शिलान्यास किये, किसी ने देखा भी नहीं। 

विदेश यात्रा से लौटे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार को सपा मुख्यालय पहुंचे तो बड़ी संख्या में सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ उनकी अगुवानी की। अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को लेकर विशेष रूप से भाजपा पर निशाना साधा। इस एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजमगढ़ आ रहे हैं।

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश के दस जिलों समेत राजधानी से जुड़ रहा है। अखिलेश का कहना है कि समाजवादी सरकार के कामों का ही भाजपा शिलान्यास और उद्घाटन कर रही है। समाजवादी सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बलिया, बिहार बार्डर तक विस्तार की योजना बनाई थी लेकिन, भाजपा की सरकार ने इसे गाजीपुर तक सीमित कर दिया है। भाजपा ने इस योजना के क्रियान्वयन में जानबूझकर देर लगाई और इसकी निर्माण लागत कई गुना ज्यादा बढ़ गई।

जमीन अधिगृहीत किये बिना अखिलेश ने किया था फर्जी शिलान्यास : डॉ. महेंद्र 

इधर, अखिलेश पर आक्रामक डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि लंबे समय तक प्रदेश की जनता को झूठे ख्वाब और प्रलोभन दिखाने वाले अखिलेश यादव के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि क्या उनकी सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए 20 फीसद भी जमीन अधिगृहीत की। नियम है कि जब तक 80 फीसद जमीन अधिगृहीत न हो तब तक कार्य शुरू नहीं हो सकता है।

योगी सरकार ने 96 फीसद जमीन अधिगृहीत कर किसानों का भुगतान कर दिया है और लागत बढऩे के बावजूद दो हजार करोड़ रुपये बचाने का उपक्रम किया है। डॉ. पांडेय  ने एक्सप्रेव-वे को लेकर अखिलेश यादव के बयानों को हास्यापद बताया और कहा कि पूर्ववर्ती सपा सरकार ने अपने कार्यकाल में फर्जी ढंग से शिलान्यास किए। अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही पूरे प्रदेश में आनन फानन में कई ऐसी योजनाओं का शिलान्यास कर जनता को धोखा देने का काम किया। जिनकी डीपीआर तक नहीं बनी थी उन योजनाओं के भी शिलान्यास कर दिए गए। 

E-Paper