बाढ़ के चलते गुफा में फंसे थे फुटबॉल खिलाड़ी और कोच, 9 दिन बाद जिंदा मिले
थाईलैंड की एक गुफा में फंसे फुटबॉल टीम के 12 खिलाड़ी और कोच 9 दिन की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार जिंदा मिल गए। मामला उत्तरी थाईलैंड की माई साई जिले की गुफा थैम लुआंग का है। सोमवार को उन्हें ढूंढ़ लिया गया। बच्चे अंडर-16 फुटबॉल टीम के सदस्य हैं। इनकी उम्र 11 से 16 साल के बीच है। इनके साथ 25 साल के कोच भी हैं।
दरअसल, सभी अभ्यास मैच के बाद गुफा घूमने गए थे। तभी बारिश और बाढ़ से बचने के लिए इन्होंने 10 किमी लंबी गुफा में शरण ली थी, लेकिन पानी बढ़ने से गुफा का रास्ता बंद हो गया था। हालांकि, अभी रेस्क्यू टीम इन तक नहीं पहुंच पाई है। उम्मीद है कि जल्द ही इन्हें निकाल लिया जाएगा।
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने चियांग राय प्रांत के राज्यपाल नारोंगसाक ओसोट्टानाकोर्न के हवाले से बाताया कि खिलाड़ी और कोच जिंदा हैं, लेकिन उन्हें उनकी स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है। डॉक्टर्स ने कहा कि बच्चे इतने दिन बिना खाए जिंदा इसलिए हैं, क्योंकि उनके आसपास पीने लायक पानी होगा।
राज्यपाल ने कहा, ‘मैं आपको आश्वासन देता हूं कि हमने उनकी खोज कर ली है। डॉक्टर्स अभी उनकी जांच कर रहे हैं। वह उनका इलाज करेंगे। ‘फुटबॉल टीम अपने कोच के साथ 23 जून को गायब हुई थी।बताया जाता है गुफा के अंदर जाने वाला रास्ता बारिश के कारण बंद हो गया था और पानी के जमा होने से वे बाहर नहीं निकल पाए थे।
बचावकर्मियों ने बताया कि बच्चे गुफा के अंदर बाढ़ के पानी और दलदल के बीच किसी टापू पर हैं। सात दिन से गुफा से पानी निकालने का काम चल रहा है। बच्चों तक पहुंचने के लिए रेस्क्यू टीम ऊपर से छेद करेगी।
गुफा में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए 200 सिलेंडर पहुंचाए जा रहे हैं। यह गुफा म्यांमार और लाओस बॉर्डर के पास नेशनल पार्क के भीतर स्थित है। गोताखोर ने बताया कि ये गुफा भूलभुलैया जैसी हैं। छोटी छोटी सुरंगें हैं और ये कई किलोमीटर तक हैं। तापमान 21 डिग्री है और बहुत दलदल है। खुद को खड़ा रखना बहुत मुश्किल होता है।
इन खिलाड़ियों के परिजनों से लेकर थाईलैंड और दुनियाभर के लोग चिंतित थे। खिलाड़ियों के परिजन गुफा के बाहर तक पहुंच गए थे और उनके सकुशल बाहर निकलने की दुआ कर रहे थे। बचावकर्मियों को बारिश के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।