नई शताब्दी में छात्रों का मकसद समाज को आगे ले जाना और उसकी भलाई होना चाहिए : PM मोदी
आईआईटी दिल्ली का आज 51वां दीक्षांत समारोह है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल वर्चुअल तौर पर शामिल हुए और छात्रों को संबोधित किया। समारोह फिजिकल इन-पर्सन और हाइब्रिड मोड में आयोजित हो रहा है। पीएम मोदी ने छात्रों को आगे आकर देश के लिए नए नए इनोवेशन करने का आह्वान किया है।
कोरोना काल ने बहुत कुछ बदल दिया है, इस सकंट के काल में हमें नई सोच की जरूरत है। छात्रों के पास आज तकनीक सीखने का मौका है। कृषि और स्पेस क्षेत्र में भी नई संभावनाएं सामने आ रही हैं।
पीएम ने छात्रों से कहा कि आपका मकसद समाज को आगे ले जाना और उसकी भलाई होना चाहिए। नई शताब्दी में नए संकल्प और नए कानून होने चाहिए।
बीपीओ सेक्टर में कई बदलाव हुए हैं जिससे नई संभावनाएं सामने आई हैं। आज स्टार्टअप को अनेक प्रकार की मदद दी जा रही है। 3 साल के लिए डेब्ट एक्सेंपशन दिया जा रहा है।
आप जब यहां से जाएंगे तो आपको भी नए मंत्र को लेकर काम करना होगा। आप यहां से जाएंगे तो आपका एक मंत्र होना चाहिए- फोकस ऑन क्वालिटी, नेवर कॉम्प्रोमाइज, एंस्योर स्केलेबिलिटी मेक योर इनोवेशन वर्क एट ए मास स्केल, एंस्योर लायबिलिटी, बिल्ट लॉन्ग टर्म ट्रस्ट इन द मार्केट, ब्रिंग इन एडाप्टेबिलिटी, बी ओपन टू चेंज एंड एक्सपेक्ट अनसर्टेनिटी वे ऑफ लाइफ। अगर आप इन मूलमंत्रों पर काम करेंगे तो इसकी चमक ब्रांड इंडिया में भी छलकेगी।
कैंपस में पारंपरिक तरीके से कार्यक्रम में छात्र और परेंट्स ऑनलाइन जुड़े। दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक सत्र 2019-20 से पासआउट होने वाले बीटेक, एमटेक और पीएचडी प्रोग्राम के छात्रों को डिग्री मिली। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समारोह में शामिल होंगे।
कार्यक्रम में बीटेक के 744, एमटेक के 522, पीएचडी के 298, मॉस्टर ऑफ साइंस रिसर्च के 13, मॉस्टर ऑफ डिजाइन के 20, एमबीए के 116, मॉस्टर ऑफ साइंस के 151 समेत अन्य प्रोग्राम के छात्रों को डिग्री मिलेगी।
समारोह में राष्ट्रपति स्वर्ण पदक, डायरेक्टर स्वर्ण पदक, डॉ. शंकर दयाल शर्मा गोल्ड मेडल समेत अन्य अवार्ड दिए जाएंगे। इसमें स्नातक विषयों में टॉपर छात्रों को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक दिया गए।