जीत के समक्ष बिडेन, ट्रंप पहुंचे कोर्ट, लगाई यह गुहार
वाशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव की मतगणना जारी है। रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन (Joe Biden) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। बाइडन ने बड़ी बढ़त बना ली है। वहीं ट्रंप ने मतगणना में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचने की नौबत आ गई है। इस बीच नतीजों को लेकर हिंसा की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। व्हाइट हाउस समेत प्रमुख वाणिज्य क्षेत्रों और बाजारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चुनाव से जुड़ा हर अपडेट जानने के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ…
हैरिस बोलीं, बाइडन होंगे सबके राष्ट्रपति-
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप कैंपेन ने पेन्सिल्वेनिया में मतों की गिनती रुकवाने के लिए भी अदालत का रुख करने की धमकी दी है। वहीं कमला हैरिस ने कहा है कि बाइडन सभी अमेरिकी नागरिकों के राष्ट्रपति होंगे न कि जिन्होंने वोट किया है केवल उनके…
एक दर्जन से अभी भारतीय अमेरिकी जीते-
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, अमेरिकी चुनाव में अब तक एक दर्जन से अभी भारतीय अमेरिकी राज्य स्तरीय चुनाव जीत चुके हैं। इनमें पांच महिलाएं भी शामिल हैं। इससे पहले डेमोक्रेटिक पार्टी के ‘समोसा कॉकस’ के चारों सांसद प्रतिनिधि सभा के लिए दोबारा चुने जा चुके हैं। इन चार सांसदों में एमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना और राजा कृष्णमूर्ति शामिल हैं। इसके अलाव तीन अन्य भी दौड़ में बने हुए हैं।
ट्रंप कैंपेन ने दी बड़ी धमकी-
ट्रंप कैंपेन ने मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुए देशव्यापी मुकदमे दाखिल करने की धमकी दी है। ट्रंप के पक्ष ने डेमोक्रेटिक पार्टी पर चुनावी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसका भंडाफोड़ करने की बात कही है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, ट्रंप चुनावी दौड़ में बाइडेन से बुरी तरह पिछड़ते नजर आ रहे हैं। ट्रंप की अटॉर्नी ने कहा है कि वे फिलाडेल्फिया में भी मुकदमा दायर करने जा रहे हैं…
बिडेन के लिए सीनेट की जंग भी आसान नहीं-
अमेरिकी अखबार ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक, भले ही जो बाइडन का पलड़ा भारी लग रहा है लेकिन अमेरिकी संसद यानी कांग्रेस के उच्च सदन सीनेट में बहुमत हासिल करने के लिए उनकी पार्टी को कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बाइडन राष्ट्रपति बन भी जाते हैं तो सीनेट में बहुमत के बिना उनके लिए काम करना आसान नहीं होगा।