कैबिनेट फैसले में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का टेंडर हुआ निरस्त
लखनऊ। पूर्वी उत्तर प्रदेश को प्रदेश और देश की राजधानी से जोडऩे वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का टेंडर योगी सरकार ने निरस्त कर दिया। मंगलवार को कैबिनेट ने इस फैसले पर मुहर लगा दी। अब नए सिरे से निविदा प्रक्रिया शुरू होगी। इस वजह से निर्माण कार्य शुरू होने में 45 दिन की देरी होगी। आज लोकभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में संपन्न हुई कैबिनेट की बैठक में कुल 17 प्रस्तावों को मंजूरी मिली। सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने फैसलों की जानकारी दी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की निविदा प्रक्रिया अब गुरुवार से नए सिरे से शुरू होगी। कई कंपनियों ने इसमें रुचि दिखाई है। लंबे इंतजार के बाद पिछले दिनों देश के सबसे लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का टेंडर फाइनल हुआ था। सात कंपनियों को आठ पैकेज में इसके निर्माण का ठेका दिया गया था। अनुमानित बजट से निर्माण कार्य पर 10.97 प्रतिशत अधिक लागत आने की वजह से सरकार को यह कदम उठाना पड़ा। नए सिरे से निविदा कर प्रतिस्पर्धा में लागत कम करने का उपक्रम होगा।
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण की कुल लागत 23349 करोड़ है जिसमें निर्माण लागत 14200 करोड़ का प्रस्ताव था। फिर इसे घटाकर 11800 करोड़ किया गया है। अब और लागत घटाने के लिए ही सरकार नए सिरे से निविदा शुरू करने जा रही है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पूर्वांचल के लोगों को दिल्ली और आगरा तक पहुंचने में सहूलियत मिलेगी। इसके निर्माण में एनएचएआइ के तौर-तरीकों का अनुपालन हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों टेंडर फाइनल होने पर एनसीसी, एपीसीओ, एलएंडटी के साथ पीएनसी, गायत्री प्रोजेक्ट्स, एफकॉम और रिलायंस इंफ्रा को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण का ठेका दिया गया था। इससे उम्मीद थी कि जल्द निर्माण शुरू हो जाएगा। 26 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आजमगढ़ से इसके शुभारंभ का कार्यक्रम भी प्रस्तावित था लेकिन, यह हो नहीं हो सका। निर्माणकर्ताओं का चयन लोएस्ट बिडर के तौर पर कर लिया गया था लेकिन, अब और कम दर वालों को प्राथमिकता मिलेगी।
सुलतानपुर में बनेगा एयर स्ट्रिप
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर सुलतानपुर के पास एयर स्ट्रिप बनेगा। इस पर आपात स्थिति में सेना के विमान उतर सकेंगे। लखनऊ से गाजीपुर तक का यह एक्सप्रेस-वे लगभग 350 किमी लंबा होगा। एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांदसराय से शुरू होकर गाजीपुर जिले के हैदरिया तक जाएगा। इस योजना में नौ जिले लखनऊ, सुलतानपुर, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, बाराबंकी, अमेठी, मऊ और गाजीपुर शामिल हैं। इस एक्सप्रेस-वे को लिंक रोड के जरिये वाराणसी, गोरखपुर व अयोध्या-फैजाबाद से जोड़ा जाएगा।