
भोपाल : अभी तक राजनैतिक पार्टियों के नेता-मंत्री ही इस्तीफा दे रहे है थे, वही अब कई अफसरों ने नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर दी है। बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त आईएएस और अन्य सेवाओं के अधिकारी चुनाव मैदान में किस्मत अजमाने की तैयारियों में जुट गए हैं। शशि कर्णावत के बाद पूर्व आईएएस वीणा धाणेकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वे वर्तमान में भूमि सुधार आयोग की सदस्य के पद पर पदस्थ थी।
वीणा धाणेकर एससी-एसटी का विरोध कर रहे सपाक्स के समर्थन में उतर आई है और पद छोड़ इसमे शामिल हो गई है।हालांकि वीणा पहले से ही सपाक्स से प्रभावित थी और कई दिनों से उनके अधिकारियों के सपंर्क में चल रही थी। इसके पीछे का कारण वीणा का सपाक्स के विचारों से प्रभावित होना बताया जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है किदेश में पिछले कुछ समय में चार सेवानिवृत्त आईएएस अफसरों ने राजनीति का दामन थामा है। इनमें एक कांग्रेस में पहुंचीं तो तीन सपाक्स के साथ जुड़ गए। अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा-कांग्रेस समेत अजाक्स और सपाक्स का साथ निभाने वाले अधिकारी भी खूब हैं।वही ऐसे भी अनेक अफसर हैं, जो भाजपा-कांग्रेस दोनों के लिए पर्दे के पीछे से मददगार रहे हैं।