गरीबों की भूख मिटा रही सेवा की नानक रोटी, चलती-फिरती लंगर गाड़ी

भूखे को भोजन और प्यासे को पानी… मानव सेवा के इस वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं शहर के कुछ युवा। रोजाना 250 से ज्यादा गरीबों की भूख मिटाने के लिए उन तक चलती फिरती लंगर गाड़ी पहुंच रही है। इस गाड़ी से मिलने वाली नानक रोटी उनकी भूख मिटा रही है। इसमें चावल, सब्जी, रोटी और एक मिठाई शामिल रहती है। रेलवे स्टेशन हो, बस स्टेशन या फिर जिला अस्पताल, जहां भी गरीबजरूरतमंद मिलें उन्हें नानक रोटी देकर उनकी भूख मिटाने की सेवा की जा रही है। यह सेवा कर रहे हैं शहर के अमृत वेला ट्रस्ट के सदस्य।भूखे को भोजन और प्यासे को पानी... मानव सेवा के इस वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं शहर के कुछ युवा। रोजाना 250 से ज्यादा गरीबों की भूख मिटाने के लिए उन तक चलती फिरती लंगर गाड़ी पहुंच रही है। इस गाड़ी से मिलने वाली नानक रोटी उनकी भूख मिटा रही है। इसमें चावल, सब्जी, रोटी और एक मिठाई शामिल रहती है। रेलवे स्टेशन हो, बस स्टेशन या फिर जिला अस्पताल, जहां भी गरीबजरूरतमंद मिलें उन्हें नानक रोटी देकर उनकी भूख मिटाने की सेवा की जा रही है। यह सेवा कर रहे हैं शहर के अमृत वेला ट्रस्ट के सदस्य।  ट्रस्ट के राम मोहनानी और विक्की टिल्लानी ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा गुरु पूर्णिमा से यह सेवा शुरू की गई है। इसके माध्यम से रोजाना एक विशेष लंगर गाड़ी के माध्यम से 250 से अधिक गरीबों तक भोजन पहुंचाया जा रहा है। रोजाना शाम 6 बजे भोजन बनना शुरू हो जाता है। 8 बजे लंगर गाड़ी से लंगर बांटा जाता है। सबसे पहले रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर यहां लंगर बांटते हैं। इसके बाद जिला अस्पताल व बस स्टैंड क्षेत्र में लंगर की सेवा देते हैं। इस लंगर की सेवा को नानक रोटी नाम दिया गया है।   MP में नेताओं की भाषा बोल रहे अफसर, सिविल सेवा नियमों का खुलकर उल्लंघन यह भी पढ़ें  मुंबई के ट्रस्ट आश्रम से मिली प्रेरणा, 60 सदस्य दे रहे सेवा : ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया कि बुरहानपुर जिले में नानक रोटी की शुरुआत करने की प्रेरणा ट्रस्ट के मुंबई स्थित मुख्य आश्रम से मिली। वहां पर नानक रोटी लंगर की सेवा दी जाती है। दो माह पूर्व इस आश्रम में गए थे तो वहां से प्रेरित होकर ट्रस्ट सदस्यों ने गुरुपूर्णिमा पर बुरहानपुर में इसकी सेवा शुरू की। यहां पर ट्रस्ट में 60 से अधिक सदस्य सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा वर्तमान में इस सेवा से पूरा सिंधी समाज जुड़ा है। साथ ही अन्य समाजों के समाजसेवी भी इसमें सहयोग कर रहे हैं। वर्तमान में ट्रस्ट द्वारा प्रतिदिन यह सेवा जारी रखी गई है। ट्रस्ट के सभी सदस्य व्यापारी वर्ग से हैं इसलिए शाम को अपने प्रतिष्ठानों से लौटकर सभी सदस्य पहले लंगर में सेवा देते हैं उसके बाद अपने घर जाते हैं।  जन्मदिन- पुण्यतिथि पर दे रहे विशेष सेवा   कई उपाय नाकाम, राशन बना रेवड़ी यह भी पढ़ें  नानक रोटी की इस सेवा को ट्रस्ट द्वारा प्रतिदिन चलाया जाता है। इसमें कि सी के भी जन्मदिन, शादी की सालगिरह या कि सी भी व्यक्ति के पूर्वजों की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में नानक रोटी की सेवा दी जाती है। ऐसे समाजसेवी लोग इसमें सहयोग प्रदान करते हैं। इसके बाद ट्रस्ट के सदस्य उनके नाम से लंगर प्रसादी बांटते हैं। इस सेवा कार्य में श्यामभाई पोहानी, अशोक रोचलानी, हीरा सचदेव, प्रकाश रामानी, भोजराज जगनानी, सन्नी जैसवानी, मुरलीधर मालानी, अनिल बजाज द्वारा विशेष सहयोग दिया जा रहा है।

ट्रस्ट के राम मोहनानी और विक्की टिल्लानी ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा गुरु पूर्णिमा से यह सेवा शुरू की गई है। इसके माध्यम से रोजाना एक विशेष लंगर गाड़ी के माध्यम से 250 से अधिक गरीबों तक भोजन पहुंचाया जा रहा है। रोजाना शाम 6 बजे भोजन बनना शुरू हो जाता है। 8 बजे लंगर गाड़ी से लंगर बांटा जाता है। सबसे पहले रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर यहां लंगर बांटते हैं। इसके बाद जिला अस्पताल व बस स्टैंड क्षेत्र में लंगर की सेवा देते हैं। इस लंगर की सेवा को नानक रोटी नाम दिया गया है।

मुंबई के ट्रस्ट आश्रम से मिली प्रेरणा, 60 सदस्य दे रहे सेवा : ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया कि बुरहानपुर जिले में नानक रोटी की शुरुआत करने की प्रेरणा ट्रस्ट के मुंबई स्थित मुख्य आश्रम से मिली। वहां पर नानक रोटी लंगर की सेवा दी जाती है। दो माह पूर्व इस आश्रम में गए थे तो वहां से प्रेरित होकर ट्रस्ट सदस्यों ने गुरुपूर्णिमा पर बुरहानपुर में इसकी सेवा शुरू की। यहां पर ट्रस्ट में 60 से अधिक सदस्य सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा वर्तमान में इस सेवा से पूरा सिंधी समाज जुड़ा है। साथ ही अन्य समाजों के समाजसेवी भी इसमें सहयोग कर रहे हैं। वर्तमान में ट्रस्ट द्वारा प्रतिदिन यह सेवा जारी रखी गई है। ट्रस्ट के सभी सदस्य व्यापारी वर्ग से हैं इसलिए शाम को अपने प्रतिष्ठानों से लौटकर सभी सदस्य पहले लंगर में सेवा देते हैं उसके बाद अपने घर जाते हैं।

जन्मदिन- पुण्यतिथि पर दे रहे विशेष सेवा

नानक रोटी की इस सेवा को ट्रस्ट द्वारा प्रतिदिन चलाया जाता है। इसमें कि सी के भी जन्मदिन, शादी की सालगिरह या कि सी भी व्यक्ति के पूर्वजों की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में नानक रोटी की सेवा दी जाती है। ऐसे समाजसेवी लोग इसमें सहयोग प्रदान करते हैं। इसके बाद ट्रस्ट के सदस्य उनके नाम से लंगर प्रसादी बांटते हैं। इस सेवा कार्य में श्यामभाई पोहानी, अशोक रोचलानी, हीरा सचदेव, प्रकाश रामानी, भोजराज जगनानी, सन्नी जैसवानी, मुरलीधर मालानी, अनिल बजाज द्वारा विशेष सहयोग दिया जा रहा है।

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