नकली चेन के लिए दोस्तों ने की हत्या, ईंट भट्ठे की चिमनी में दबाई लाश

यूपी के संभल के असमोली थाना इलाके के गांव गुमसानी निवासी मोनू श्रीवास्तव (22) की दोस्त ने अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या की थी। शव को गांव के नजदीक बंद पड़े ईंट भट्ठे की चिमनी में दबा दिया था। शव जल्दी गल जाए इसके लिए नमक भी डाल दिया। हत्या एक चेन के लिए हुई, जो मोनू पहने था, जिसे दोस्तों ने सोने की समझकर लूट लिया था। पुलिस को छानबीन के दौरान शक हुआ तो दो आरोपियों से पूछताछ की। उन्होंने हत्या कर शव दबाने की बात स्वीकार की। साथ ही शव जहां दबाया था वहां लेकर पहुंचे। इसके बाद शव को बाहर निकाला गया। सीओ असमोली कुलदीप सिंह का कहना है कि आर्टिफिशियल गले की चेन को सोने की चेन समझने के चलते हत्या किए जाने की जानकारी सामने आई है। इसमें दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। मोनू के पिता योगेश कुमार ने बताया कि उनका बेटा 15 सितंबर की रात गांव के शिव मंदिर में चल रही रामलीला देखने के लिए गया था। देर रात तक नहीं लौटा तो तलाश की लेकिन कहीं पता नहीं चला। बाद में थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पीड़ित पिता ने बताया कि वह गांव में पकौड़ी बेचते हैं और बेटा भी साथ में काम करता था। थाना प्रभारी राजीव कुमार मलिक ने बताया कि गुमशुदगी के बाद मृतक के दोस्त अर्पित पर शक हुआ था। उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि गांव के ही बॉबी और शोभित के साथ मिलकर हत्या की थी। सात साल से बंद है ईंट भट्ठा साथ ही बताया कि मोनू के गले में जो चेन पड़ी थी वह सोने की बताई थी। उस चेन को छीनने के लिए हत्या की और शव को चिमनी के गड्ढे में दबा दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि गांव गुमसानी से खाबरी भोला मार्ग पर फिरासत हुसैन का ईंट भट्ठा था जो सात साल से बंद है। नमक पड़ा होने के चलते शव पूरी तरह खराब इसकी अब चिमनी बची है। उसके गड्ढे से ही शव को बाहर निकाला गया है। नमक पड़ा होने के चलते शव पूरी तरह खराब हो गया है। फॉरेंसिक टीम ने नमूने लिए हैं। भागे हुए तीसरे आरोपी शोभित की तलाश की जा रही है। तीन भाई-बहन में दूसरे नंबर का था मोनू मोनू के चाचा मनवीर सिंह ने बताया कि मोनू श्रीवास्तव अपने पिता के साथ गांव के अड्डे पर पकौड़ी की दुकान चलाता था। घर में मोनू का बड़ा भाई सोनू श्रीवास्तव और बहन अंजलि है। मोनू दूसरे नंबर का है। इस घटना से मां नन्हीं देवी और पिता योगेश कुमार का रो-रोकर बुरा हाल है। लालच बन गया हत्या का कारण, चेन भी नकली निकली मोनू के गले में चेन देख उसका दोस्त अर्पित लालच में आ गया था। ग्रामीणों ने बताया कि मोनू ने सोने की चेन होने की जानकारी कुछ लोगों को दी थी। अर्पित के मन में लालच आया तो उसने अपने ही गांव के दो दोस्तों को इस साजिश में शामिल किया। जब रामलीला से लेकर गए तो अंधेरे में पहुंचते ही चेन छीन ली। फिर पुलिस कार्रवाई के डर से मोनू की हत्या कर दी। शव जल्दी खराब हो जाए इसके लिए नमक का इंतजाम किया गया और शव पर डालकर दबा दिया। थाना प्रभारी का कहना है कि चेन अर्पित के घर से बरामद कर ली गई है। यह आर्टिफिशियल है। युवक की हत्या के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है। उसको भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। थाने में गुमशुदगी दर्ज है और अब हत्या में तरमीम किया जाएगा। युवक से छीनी गई चेन भी बरामद कर ली गई है।
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