सिरफिरे आशिक ने 38 वार कर अपनी प्रेमिक की ली जान

एमआईजी थाना क्षेत्र में गुरुवार रात हमले में घायल युवती ने शुक्रवार सुबह अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। एकतरफा प्रेम में सिरफिरे आशिक ने दराते से उसके चेहरे, सिर, गर्दन और पीठ पर करीब 38 वार किए थे। तीन महीने पहले फेसबुक के जरिये दोनों में दोस्ती हुई थी। मैसेंजर में चैटिंग के दौरान युवती ने शादी करने से मना कर दिया था। इसके बाद से आरोपित चेहरे पर रूमाल बांधकर युवती का पीछा करने लगा था। कई बार उसने युवती को दूसरे लड़कों से बात करते, घूमते-फिरते देख लिया था । नाराज होकर उसने सात दिन पहले युवती की हत्या की योजना बना ली थी।एमआईजी थाना क्षेत्र में गुरुवार रात हमले में घायल युवती ने शुक्रवार सुबह अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। एकतरफा प्रेम में सिरफिरे आशिक ने दराते से उसके चेहरे, सिर, गर्दन और पीठ पर करीब 38 वार किए थे। तीन महीने पहले फेसबुक के जरिये दोनों में दोस्ती हुई थी। मैसेंजर में चैटिंग के दौरान युवती ने शादी करने से मना कर दिया था। इसके बाद से आरोपित चेहरे पर रूमाल बांधकर युवती का पीछा करने लगा था। कई बार उसने युवती को दूसरे लड़कों से बात करते, घूमते-फिरते देख लिया था । नाराज होकर उसने सात दिन पहले युवती की हत्या की योजना बना ली थी।  ADVERTISING  inRead invented by Teads एमआईजी पुलिस ने सुप्रिया पिता दिनेश जैन निवासी मंडी बमोरा जिला सागर की हत्या करने वाले आरोपित कमलेश साहू निवासी गणेशगंज साहपुरा जिला सागर को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है। टीआई तहजीब काजी ने बताया कि सुप्रिया अपने भाई संस्कार के साथ सांघी कॉलोनी स्थित बिल्डिंग में किराए के फ्लैट में रहती थी। वह वर्ष 2012 में स्कूल के बाद आगे की पढ़ाई के लिए इंदौर आ गई थी। कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद सुप्रिया मीडिया संस्थान में कुछ महीनों से नौकरी करने लगी थी।   मध्‍यप्रदेश में जिलों के प्रमुख भाजपा नेताओं से होगी टिकट पर रायशुमारी यह भी पढ़ें  गुरुवार रात ऑफिस का काम पूरा करने के बाद उसे किसी साथी ने बिल्डिंग के बाहर छोड़ा था। इसी दौरान उस पर आरोपित ने जानलेवा हमला कर दिया था। घटना के वक्त गली में दो बाइक सवारों ने दोनों के बीच मारपीट होते देखी थी। बीचबचाव करने का प्रयास किया तो आरोपित ने उन्हें दराता दिखाकर धमकाया था।  दोनों वापस लौटे और गली के कोने में बनी पान की दुकान पर खड़े एक दर्जन से ज्यादा लोगों को घटना की जानकारी दी लेकिन किसी ने युवती को बचाने का प्रयास नहीं किया। इसी दौरान इलाके में गश्त कर रही डायल 100 की गाड़ी वहां से गुजर रही थी, जिसे देखकर भीड़ ने पूरी घटना बताई। इस पर गाड़ी में सवार प्रधान आरक्षक झंवरसिंह भदौरिया और आरक्षक जिनेंद्रसिंह पवार मौके पर पहुंचे और आरोपित को हमला करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था।   VIDEO: नरसिंहपुर में सीएम चौहान ने समृद्ध प्रदेश के लिए जनता से आशीर्वाद मांगा यह भी पढ़ें  दूसरे से बात करता देख आता था गुस्सा  पुलिस को आरोपित ने बताया कि 6 महीने पहले उसे सुप्रिया स्कूटी पर किसी युवक के साथ दिखी थी। इसके बाद उसने फेसबुक पर उसे तलाशा और फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दोस्ती कर ली थी। मैसेंजर पर चैटिंग के दौरान उसने शादी करने, बात करने व मिलने से मना कर दिया था। इसके बाद फेसबुक प्रोफाइल से उसकी लोकेशन निकाली थी। कई दिनों तक तलाश के बाद उसे घर और ऑफिस का पता मिल गया था।   MP में सवर्ण आंदोलन से भाजपा चिंतित, सीएम हाउस में किया मंथन यह भी पढ़ें  वह साइकिल से चेहरे पर रूमाल बांधकर उसका पीछा करता था। ऑफिस के बाहर दिनभर उसका इंतजार करता था। कई बार उसने सुप्रिया को कार व बाइक पर युवकों के साथ घूमते देखा था। उसे दूसरे युवकों से उसका बात करना पसंद नहीं था। उनके साथ देखने पर उसे गुस्सा आ जाता था।  मना करने पर काट ली थीं हाथ की नस   मनरेगा व भ्रष्टाचार एक-दूसरे के पर्याय थे, हमने बिचौलियों को खत्म किया: तोमर यह भी पढ़ें  एसआई प्रदीप गोलिया को पूछताछ में आरोपित ने बताया कि दोनों की स्कूल में 2005 में पहचान हुई थी। 2012 में उसने पहली बार उसे शादी के लिए प्रपोज किया था। मना करने पर अपनी हाथ की नस काट ली थी। इसकी जानकारी लगने के बाद सुप्रिया ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया था लेकिन बाद में शहर छोड़कर कहीं चली गई थी। आरोपित चार साल पहले सीए की पढ़ाई करने इंदौर आ गया था।  दो बार परीक्षा देने के बाद सफल नहीं होने पर नौकरी करने लगा था। वह कोठारी मार्केट इलाके में किराए से रहकर होटल में वेटर का काम करने लगा था। उसका पिता गांव में सब्जी बेचता है। पुलिस को युवती की सहेली ने बताया कि स्कूल में आरोपित की हरकतों की वजह से छात्राएं उससे डरती थीं। कोई उससे बात नहीं करता था।

एमआईजी पुलिस ने सुप्रिया पिता दिनेश जैन निवासी मंडी बमोरा जिला सागर की हत्या करने वाले आरोपित कमलेश साहू निवासी गणेशगंज साहपुरा जिला सागर को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है। टीआई तहजीब काजी ने बताया कि सुप्रिया अपने भाई संस्कार के साथ सांघी कॉलोनी स्थित बिल्डिंग में किराए के फ्लैट में रहती थी। वह वर्ष 2012 में स्कूल के बाद आगे की पढ़ाई के लिए इंदौर आ गई थी। कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद सुप्रिया मीडिया संस्थान में कुछ महीनों से नौकरी करने लगी थी।

गुरुवार रात ऑफिस का काम पूरा करने के बाद उसे किसी साथी ने बिल्डिंग के बाहर छोड़ा था। इसी दौरान उस पर आरोपित ने जानलेवा हमला कर दिया था। घटना के वक्त गली में दो बाइक सवारों ने दोनों के बीच मारपीट होते देखी थी। बीचबचाव करने का प्रयास किया तो आरोपित ने उन्हें दराता दिखाकर धमकाया था।

दोनों वापस लौटे और गली के कोने में बनी पान की दुकान पर खड़े एक दर्जन से ज्यादा लोगों को घटना की जानकारी दी लेकिन किसी ने युवती को बचाने का प्रयास नहीं किया। इसी दौरान इलाके में गश्त कर रही डायल 100 की गाड़ी वहां से गुजर रही थी, जिसे देखकर भीड़ ने पूरी घटना बताई। इस पर गाड़ी में सवार प्रधान आरक्षक झंवरसिंह भदौरिया और आरक्षक जिनेंद्रसिंह पवार मौके पर पहुंचे और आरोपित को हमला करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था।

दूसरे से बात करता देख आता था गुस्सा

पुलिस को आरोपित ने बताया कि 6 महीने पहले उसे सुप्रिया स्कूटी पर किसी युवक के साथ दिखी थी। इसके बाद उसने फेसबुक पर उसे तलाशा और फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दोस्ती कर ली थी। मैसेंजर पर चैटिंग के दौरान उसने शादी करने, बात करने व मिलने से मना कर दिया था। इसके बाद फेसबुक प्रोफाइल से उसकी लोकेशन निकाली थी। कई दिनों तक तलाश के बाद उसे घर और ऑफिस का पता मिल गया था।

वह साइकिल से चेहरे पर रूमाल बांधकर उसका पीछा करता था। ऑफिस के बाहर दिनभर उसका इंतजार करता था। कई बार उसने सुप्रिया को कार व बाइक पर युवकों के साथ घूमते देखा था। उसे दूसरे युवकों से उसका बात करना पसंद नहीं था। उनके साथ देखने पर उसे गुस्सा आ जाता था।

मना करने पर काट ली थीं हाथ की नस

एसआई प्रदीप गोलिया को पूछताछ में आरोपित ने बताया कि दोनों की स्कूल में 2005 में पहचान हुई थी। 2012 में उसने पहली बार उसे शादी के लिए प्रपोज किया था। मना करने पर अपनी हाथ की नस काट ली थी। इसकी जानकारी लगने के बाद सुप्रिया ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया था लेकिन बाद में शहर छोड़कर कहीं चली गई थी। आरोपित चार साल पहले सीए की पढ़ाई करने इंदौर आ गया था।

दो बार परीक्षा देने के बाद सफल नहीं होने पर नौकरी करने लगा था। वह कोठारी मार्केट इलाके में किराए से रहकर होटल में वेटर का काम करने लगा था। उसका पिता गांव में सब्जी बेचता है। पुलिस को युवती की सहेली ने बताया कि स्कूल में आरोपित की हरकतों की वजह से छात्राएं उससे डरती थीं। कोई उससे बात नहीं करता था।

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