औसत से 3 फीसद अधिक बारिश, फिर भी ये चार जिले सूखे

रायपुर। प्रदेश में शनिवार से सोमवार तक हुई बारिश के चलते आंकड़ा औसत बारिश से पार हो गया है। अब तक प्रदेश में 944.4 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि आज तक का औसत आंकड़ा 916.5 मिमी है। अगर ठीक-ठाक सिस्टम बनते रहे तो अक्टूबर तक यह आंकड़ा 1200 मिमी पार हो सकता है। अब नया सिस्टम छह सितंबर के आसपास बनेगा। यह कितना स्ट्रांग होगा, इसका पूर्वानुमान नहीं है। गौरतलब है कि समूचे प्रदेश में अच्छी बारिश होने के बावजूद बलरामपुर, कोरिया, कोरबा, जशपुर सूखे हैं।

मंगलवार दोपहर 1 बजे से राजधानी रायपुर में पानी नहीं गिरा, लेकिन बेमेतरा में 10 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। किसानों के लिहाज से बात करें तो खेती के लिए रुक-रुककर बारिश की जरूरत है। अत्यधिक बारिश से खेतों में पानी भर जाता है, किसानों को मेड़ फोड़नी पड़ती, सिर्फ एक-दो इंच ही पानी रखना होता है। अगर पानी नहीं बरसा तो यह पानी सूख जाएगा, यह धान की फसल के लिए नुकसानदायक होगा।

मौजूदा सिस्टम उत्तर की तरफ बढ़ रहा है- उत्तरी ओडिशा के अंदरूनी भाग और उसके समीपवर्ती क्षेत्र पर ऊपरी वायु का एक चक्रवाती घेरा समुद्र तल से 3.6 और 4.5 किमी ऊंचाई के बीच बना है।

चेतावनी- उत्तरी छत्तीसगढ़ में एक दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है, खासकर मध्यप्रदेश से सटे जिलों में।

हल्की से मध्यम बारिश होगी

अभी जो सिस्टन बना हुआ है उससे उत्तर छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। अक्टूबर तक पानी गिरना किसानों के लिए फायदेमंद होगा। अभी आठ दिन तो कोई सिस्टम नहीं बन रहा है। सितंबर में ही बनेंगे।

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