बीमार जिला अस्पताल

एंकर–लोगों को जिंदगी देने वाला जिला अस्पताल किस कदर बीमार है इस हकीकत की पोल तब खुल गयी जब जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।जिला अस्पताल की बदहाली देखकर डी एम  भी दंग रह गए ।औचक निरीक्षण पर पहुंचे जिलाधिकारी पुलिकत खरे ने जिलाअस्पताल में फैली गंदगी, मरीजों को मिलने वाली सुविधाये,पेयजल की व्यवस्था और लापरवाही पर नाराजगी जताई उन्होंने इसे सुधारने को लेकर 3 दिन का अल्टीमेटम दिया है साथ ही न सुधरने पर निलंबन की चेतावनी भी दी है।

 Vo– उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के जिला अस्पताल में हजारों की संख्या में रोजाना मरीज इलाज के लिए आते हैं लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही इन्हीं मरीजों पर किस तरह से भारी पड़ सकती है जिसे देखकर हरदोई के जिलाधिकारी पुलकित खरे भी उस समय दंग रह गए जब उन्होंने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी के निरीक्षण से जिला अस्पताल में हड़कंप मच गया.जिलाधिकारी ने पहले वार्ड की और रुख किया और मरीजों से पूछताछ की तो पता चला की बार्ड में ना तो साफ सफाई हुई और न ही शौचालय में साफ सफाई होती है और न ही मरीजों को रोजाना बेडशीट भी बदली जाती है। साथ ही जिला अस्पताल में अपशिष्ट को नष्ट करने की कोई भी व्यवस्था नहीं है कूड़ेदान है तो जमीन पर पड़े हैं और नालियों से पानी के निकास की भी कोई व्यवस्था नहीं है नालियां  अभी खुली पड़ी है.मरीजों और तीमारदारों के पानी पीने के किये लगाया आर ओ  प्लांट भी ठीक से नहीं चल रहा है जिसमे  सिर्फ गर्म पानी आ रहा है जबकि ठंडा पानी नहीं आ रहा है  इस दौरान जिलाधिकारी ने वार्ड  सहित रेडियोलोजी विभाग व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण किया जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल में फैली अव्यवस्था पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और स्वास्थ्य कर्मियों को ढिलाई बरतने पर निलंबन की चेतावनी भी दी है।

बाइट –पुलकित खरे ,जिलाधिकारी हरदोई 

vo -देश और प्रदेश की  सरकार अपने आसपास के बातावरण और माहौल को साफ़ सुथरा रखने के लिए लोगो में जागरूकता अभियान चला रही है और  हर तरफ गंदगी और कूड़े कचरे को दूर फेंकने की बात की जा रही है ताकि संक्रामक रोग न फैले और लोगो की जिंदगी को ज्यादा से ज्यादा sankramit hone se बचाया जा सके. लेकिन  हरदोई के जिला अस्पताल में न तो पीने के पानी की व्यवस्था है न ही अपषिस्ट को नस्ट करने की और न ही जल निकासी की और न ही मरीजों को बेहतर सुविधा और साफ़ सफाई की इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि लोगों को जिंदगी बांटने वाला जिलाअस्पताल खुद बीमार है। 
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