बैंकों को 2600 करोड़ का चूना लगाने वाले अमित भटनागर को CBI ने किया गिरफ्तार

अलग-अलग बैंकों से 2600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में डायमंड पावर इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर लिमिटे के निदेशक अमित भटनागर को गिरफ्तार किया गया है. गुजरात एटीएस और सीबीआई की संयुक्‍त टीम ने वडोदरा के व्यापारी अमित उनके भाई और पिता को राजस्‍थान के उदयपुर से गिरफ्तार किया है.  

11 बैंकों से लोन लेकर फरार था अमित भटनागर

अमित भटनागर पर वडोदरा के 11 बैंकों से लोन लेकर न चुकाने के आरोप हैं. अमित भटनागर पर मामला दर्ज होने के बाद उसके ऑफिस और घर पर सीबीआई, ईडी जैसी एजेंसियों ने छापेमारी की. हालांकि, इससे पहले ही अमित भटनागर फरार हो गया था. करीब 15 दिनों से फरार चल रहे अमित भटनागर की तालश में गुजरात एटीएस और सीबीआई दिन रात एक किए हुए थे. इस बीच अमित ने भी कोर्ट में अग्र‍िम जमानत की याचिका दायर की थी. हालांकि उससे पहले ही गुजरात एटीएस और सीबीआई की संयुक्‍त टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.  

कंपनी में लगे मंत्रियों-आईएएस के पैसे

सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई को ऐसे सबूत मिले हैं कि अमित कई मंत्रियों और आईएएस अधिकारियों के साथ मिलकर अपना बिजनेस चला रहा था. उसकी कंपनी में कई इन लोगों ने इनवेस्‍ट किया हुआ है. अब अमित भटनागर उसके भाई और पिता की गिरफ्तारी के बाद कई नए खुलासे होने की संभावना है. फिलहाल गुजरात एटीएस और सीबीआई की संयुक्‍त टीम इन्‍हें उदयपुर से अहमदाबाद लाकर पूछताछ करेगी.

बता दें, पीएनबी को चूना लगाने के बाद फरार हुए नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के बाद से ही सीबीआई बैंकों को चूना लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में अब अमित भटनागर की गिरफ्तार हुई है.

पंजाब नेशनल बैंक में फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिये नीरव मोदी और मेहुच चोकसी के घोटाला करने की बात सामने आई. PNB में 11,360 करोड़ रुपये के घपले में नीरव मोदी की कंपनियों और बैंक की मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस शाखा के कुछ अन्य खातों की संलिप्तता उजागर होने के बाद बड़े स्तर कार्रवाई शुरू की गई. PNB के कम से कम 10 बैंक कर्मियों को निलंबित किया गया. जांच एजेसियां लगातार इस मामले की जांच-पड़ताल कर रही हैं. धीरे-धीरे इस घोटाले की परतें खुल रही हैं. यह घोटाला अब करीब 13,600 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है. फिलहाल मामले में जांच जारी है.

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