मक्का मस्जिद केस में सभी आरोपियों के बरी होने के बाद हैदराबाद में अलर्ट

हैदराबाद के मक्का मस्जिद में 2007 में हुए बम विस्फोट मामले में स्वामी असीमानंद सहित सभी आरोपियों के बरी होने के बाद पुलिस ने हैदराबाद में अलर्ट जारी किया है. पुलिस ने सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर के पुराने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है. सुरक्षा व्यवस्था के तौर पर पुलिस और अर्धसैनिक बल के 3,000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है.

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत ने आज 11 साल पुराने इस मामले में स्वामी असीमानंद सहित चार्जशीट किए गए 8 आरोपियों को दोषमुक्त करार दिया. कोर्ट ने सबूतों के अभाव का हवाला देते हुए आरोपियों को बरी कर दिया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रसिद्ध चारमीनार के पास स्थित ऐतिहासिक मस्जिद की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं. DCP वी सत्यनारायण ने कहा कि पुलिस ने किसी भी अवांछित घटना को रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय किए हैं.

उन्होंने कहा कि पुलिस संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे से लोगों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि वह कानून व व्यवस्था बिगाड़ने के किसी प्रयास के साथ कड़ाई से निपटगी. NIA की विशेष अदालत ने अभियोजन पक्ष के आरोपों को साबित करने में नाकाम रहने पर दक्षिणपंथी हिंदू समूह अभिनव भारत के सभी पांचों सदस्यों को दोषमुक्त करार दिया है.

बता दें कि 18 मई 2007 को प्रसिद्ध चारमीनार के पास जुमा की नमाज के दौरान मक्का मस्जिद में हुए विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई थी और 58 लोग घायल हो गए थे. इस घटना के बाद मस्जिद के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस फायरिंग में पांच और लोगों की मौत हुई थी. आरोपियों के एक वकील ने नामपल्ली आपराधिक अदालत परिसर के बाहर संवाददाताओं से कहा कि अदालत ने माना कि अभियोजन आरोपों को साबित करने में विफल रहा है.

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