दून में गहराता जा रहा डेंगू का कहर, मरीजों का आंकड़ा हुआ 800 पार

डेंगू का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामले में देहरादून में 19 और लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें 14 पुरुष व पांच महिलाएं हैं, जो कि अलग-अलग क्षेत्रों के रहने वाले हैं।

वहीं, अन्य जनपदों के रहने वाले दो मरीजों मे भी डेंगू की पुष्टि हुई है। इस तरह जनपद देहरादून अब तक 801 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। बात अगर प्रदेश की करें तो मरीजों का यह आंकड़ा 13 सौ के करीब पहुंच गया है। इस बार देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार व टिहरी जनपद में डेगू का ज्यादा प्रकोप बना हुआ है।

मौसम के बदलते मिजाज के साथ डेंगू की बीमारी फैलाने वाले एडीज मच्छर का स्ट्रेन भी बदल रहा है। पूर्व में मच्छर का स्ट्रेन जहां कमजोर था, वह अब घातक होने लगा है। देहरादून में डेगू की बीमारी से अब तक सात मरीजों की मौत हो चुकी है। यह अलग बात है कि स्वास्थ्य विभाग इनमें दो ही की पुष्टि कर रहा है। अन्य में मामला डेथ ऑडिट की बात कहकर उलझा दिया गया।

आए दिन डेंगू के नए मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ती जा रही है। क्योंकि बीमारी की रोकथाम व बचाव के लिए अब तक जो भी प्रयास किए गए, वह नाकाफी ही साबित हो रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि डेंगू प्रभावित क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है। वहीं डेगू नियंत्रण के लिए गठित टीमें क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रही हैं।

विभागीय टीमों ने रीठा मंडी, जाखन, डालनवाला, डिफेंस कालोनी, बंजारावाला आदि क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी दी। घर-घर जाकर मच्छर के लार्वा का सर्वे किया गया। जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि सोमवार को जिन 2831 घरों का सर्वे किया गया, उनमें से 83 घरों में मच्छर का लार्वा मिला है। जिसे मौके पर ही नष्ट किया गया। वायरल/बुखार से पीड़ित लोगों को दवा दी गई। अधिक बुखार से पीड़ित लोगों को डाक्टर से परामर्श लेने के लिए कहा गया है।

साथ ही अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने व खाली बर्तनों में पानी जमा नहीं होने देने की जानकारी भी लोगों को दी गई। अस्पतालों में भर्ती डेंगू के मरीजों को समुचित उपचार की सुविधा दिए जाने के निर्देश सरकारी व निजी अस्पतालों को दिए गए हैं।

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