उत्तर कोरिया जाएंगे रूस के विदेश मंत्री, आमंत्रण किया स्वीकार

अमेरिका और दक्षिण कोरिया समेत दुनिया भर के देशों के साथ अपने रिश्ते सुधारने की उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन की कोशिशें रंग लाने लगी है. उनके चीन दौरे के बाद से उत्तर कोरिया को लेकर दूसरे देशों का नजरिया बदलने लगा है. अब रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव उत्तर कोरिया के दौरे पर जाएंगे.

रूसी विदेश मंत्री ने उत्तर कोरिया की यात्रा करने का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है. उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन के चीन दौरे और विदेश मंत्री री योंग-हो के मॉस्को दौरे के बाद उनका यह फैसला सामने आया है. रूसी विदेश मंत्री ने बताया कि उत्तर कोरियाई विदेश मंत्री री योंग-हो ने अपने देश का दौरा करने के लिए उनको आमंत्रित किया, जिसको उन्होंने स्वीकार कर लिया है.

सोमवार से उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग-हो रूस के दौरे पर हैं. मंगलवार को रूस की राजधानी मॉस्को में सेर्गेई लावरोव और उत्तर कोरियाई विदेश मंत्री री योंग-हो की मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच तमाम द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत हुई.

इससे पहले अमेरिका, जापान समेत संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी को दरकिनार कर लगातार मिसाइल परीक्षण करने वाले उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन ने दुनिया को चौंकते हुए अपने पहले विदेशी दौरे पर चीन पहुंचे थे और वहां के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी. इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी किम की जमकर मेहमाननवाजी की थी. वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शी जिनपिंग और किम जोंग-उन की मुलाकात की जमकर तारीफ की थी, जबकि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस मुलाकात को लेकर चीन से स्पष्टीकरण मांगा था.

साल 2011 में उत्तर कोरिया की कमान संभालने वाले किम जोंग-उन का यह पहला विदेश दौरा था, जिसकी शुरुआत उन्होंने उत्तर कोरिया के सबसे करीबी दोस्त चीन से की थी. उनका यह दौरा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जाए-इन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात से पहले सामने आया था. उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून के बीच अगले महीने मुलाकात होने वाली है. इसके बाद मई में किम की मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होगी. इससे पहले उत्तर कोरियाई नेता लगातार चीन और रूस का दौरा करते रहे हैं.

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