अमेरिका पर बदले की कार्रवाई, रूस ने 60 राजनयिकों को निकाला, कॉन्सुलेट भी बंद
रूस के पूर्व जासूस पर केमिकल अटैक का विवाद बढ़ता जा रहा है. इस मामले में अमेरिका से अपने 60 राजनयिकों को निकाले जाने पर रूस ने भी वैसा ही पलटवार किया है. रूस ने भी अपने यहां से 60 अमेरिकी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है. इतना ही नहीं जिस प्रकार अमेरिका ने सिएटल में रूसी दूतावास को बंद करने का फैसला किया है, ठीक उसी तर्ज पर रूस ने भी एक अमेरिकी दूतावास को बंद करने की बात कही है.
यूरोपीय देश भी रूस के खिलाफ
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक रूस ने भी अमेरिका के 60 राजनयिकों को निकालने का ऐलान कर दिया है. रूसी विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव ने कहा है कि रूस में एक अमेरिकी दूतावास को भी बंद करने का ऐलान किया है. जासूस को जहर देने के मामले में अमेरिका समेत यूरोपीय संघ के कई देश रूस के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. अभी तक अमेरिका , जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड समेत 18 देशों ने रूस के 100 से अधिक राजनयिकों (खुफिया अधिकारियों) को निष्कासित करने का ऐलान किया है.
रूस के 100 राजनयिकों पर कार्रवाई
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने प्रतिनिधि सभा में कहा, ’18 देशों ने रूस के 100 से अधिक खु्फिया अधिकारियों को निष्कासित करने के अपने इरादे की घोषणा की है. इसमें अमेरिका, कनाडा और यूक्रेन समेत यूरोपीय संघ के 15 सदस्य देश शामिल हैं.’ बता दें कि ब्रिटेन पहले ही 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर चुका है.
अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन पर एक्शन
मे ने कहा, ‘यह इतिहास में रूसी अधिकारियों का सबसे बड़ा सामूहिक निष्कासन है. हम लोगों ने मिलकर यह संदेश दिया है कि हम अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन और हमारे मूल्यों को कमतर करने के रूस द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.’ इधर, निष्कासन के साथ-साथ अमेरिका ने सिएटल में रूसी वाणिज्य दूतावास को बंद करने का भी आदेश दिया क्योंकि वो अमेरिकी पनडुब्बी और बोइंग के अड्डों के करीब है.