JNU के 2 और प्रोफेसरों पर भी यौन उत्पीड़न का आरोप, चीन में छात्रा से किया छेड़छाड़

जेएनयू के प्रोफेसर अतुल जौहरी छेड़खानी केस अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि दो और प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लग गया है. जेनएयू कैंपस की एक छात्रा ने सेंटर फॉर साउथ एशियन स्टडीज के प्रोफेसर महेंद्र पी. लामा और राजेश खरत के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए गए हैं.

8 जनवरी को जेएनयू के सेंटर फॉर साउथ एशियन स्टडीज की पीएचडी छात्रा ने वाइस चांसलर प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार और इंटर्नल कंप्लेंट कमेटी के अध्यक्ष विभा टंडन को मेल लिखकर दोनों प्रोफेसर के खिलाफ सेक्सुअल हैरासमेंट की शिकायत दर्ज कराई है. मेल पूरी घटना का जिक्र है.

पीड़ित छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसे जेएनयू के प्रोफेसर महेंद्र पी लामा चीन लेकर गए थे. वहां उसे छेड़छाड़ के साथ ही उसका यौन उत्पीड़न किया गया. इसमें प्रोफेसर राजेश खरत ने प्रोफेसर लामा की मदद करने की कोशिश की थी. 8 जनवरी को इंटर्नल कंप्लेंट कमेटी से उसने शिकायत की थी.

बताते चलें कि जेएनयू के प्रोफेसर अतुल जौहरी पर कई छात्राओं ने छेड़खानी का आरोप लगाया है. आरोप है कि प्रोफेसर अतुल क्लास के दौरान छात्राओं के साथ अश्लील बातें और छेड़खानी करते थे. इसी के चलते उनके खिलाफ जेएनयू के कई छात्राएं पिछले कई दिनों से कैंपस में प्रदर्शन कर रही थीं.

आरोपी प्रोफेसर ने अतुल जौहरी कहा, ‘मुझे गलत तरीके से फंसाया जा रहा है. मैं पॉलिटिक्स का शिकार हो गया.’ उनके वकील आरके वाधवा में कहा कि ऐसे मामलों में प्रोफेसर जेल जाते हैं, तो कोई भी प्रोफेसर किसी छात्र को अपने पास नहीं बुलाएगा. वकील ने कहा कि प्रोफेसर जौहरी ने कई अच्छे स्टूडेंट दिए हैं.

यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद दिल्ली पुलिस ने प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया था. उनको पटियाला हाउस अदालत में पेश किया. वकील ने उनकी जमानत की अर्जी दी और उन्हें अदालत से जमानत मिल गई. पीड़ित छात्राओं ने इस गुस्सा जाहिर करते हुए पूछा कि उनको इतनी जल्दी कैसे जमानत मिल गई.

पीड़िता छात्राओं का कहना था कि जेएनयू प्रशासन ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है. प्रोफेसर को निलंबित भी नहीं किया है. जौहरी को कैंपस में घूमने की आजादी है. जेएनयू प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करे और प्रोफेसर अतुल जौहरी को तुरंत निलंबित करे. नाराज छात्रों ने कैंपस में मार्च निकाला है.

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