योगी सरकार की 108 बैलगाड़ी एम्बुलेंस

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गरीब के लिए बेल गाड़ी बनी 108 एम्बुलेंस, ग्रामीण पीड़ित व्यक्ति सरकारी एम्बुलेंस का मिलता रहा नम्बर, एम्बुलेंस सुविधा नहीं मिलने पर बेल गाड़ी में बीमार माँ को लेकर पहुंचा सरकारी अस्पताल, जहां उपचार के लिए डॉक्टर्स का करना पड़ा इंतजार, बुजुर्ग माँ-बेटा कोशते दिखे सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को, खैर तहसील का पूरा मामला।

दरअसल अलीगढ़ की तहसील खैर इलाके के गांव शहनोई निवासी राजू बुजुर्ग माँ की तबियत बेहद खराब हो गई, तो उसने इलाज कराने हेतु सरकारी अस्पताल लाना चाहा तो सबसे पहले घर से योगी सरकारी की 108 एम्बुलेंस को याद करते हुए फोन किया, कई बार प्रयास करने के बाद जब फोन नहीं उठा तो हारकर वह अपनी बुजुर्ग माँ को तांगड़ी में डालकर तहसील खैर के सामुदायिक केंद्र पर पहुंच गया, वहां पहुंच उसकी तकलीफें कम नहीं हुईं क्योंकि सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों को बुला बुलाकर दिखाना पड़ा, उससे पहले तांगड़ी से बुजुर्ग महिला को उतारने के लिए कोई स्ट्रेचर या स्टाफ का कोई सहयोग नहीं मिला, तो वह खुद ही कंधों पर लादकर अंदर उपचार हेतु पहुंचा। राजू बता रहा है कि कई बार सरकारी 108 एम्बुलेंस को फोन मिलाया लेकिन कोई भी सफलता नहीं मिल सकी, तब जाकर गांव के ही एक व्यक्ति की तांगड़ी किराए पर लेकर अस्पताल तक पहुंचा है।

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