गोलीबारी की घटनाएं रोकने के लिए ट्रंप का सुझाव- अमेरिकी स्कूल अपनाएं आक्रामक रुख

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिक्षकों को हथियारबंद करने के विचार को दोहराते हुए स्कूलों में गोलीबारी की घटनाएं रोकने के लिए आक्रामक क्षमताएं विकसित करने की बात कही है. दरअसल ट्रंप ने पिछले हफ्ते प्लोरिडा के एक हाई स्कूल में गोलीबारी की घटना के कुछ दिनों बाद यह बात कही है. स्कूल में हुई इस गोलीबारी में 17 लोगों की मौत हो गई थी. गोलीबारी की उक्त घटना के बाद हमले वाली राइफलों तक पहुंच सीमित करने की मांग उठने लगी थी.

छात्र कार्यकर्ताओं ने भी बंदूकों पर लगाम लगाने के उपायों की मांग की थी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यदि कोई गलत व्यक्ति यह सोचेगा कि कमरे में किसी शख्स के पास हथियार है जिसे उस पर ताना जा सकता है, तो वह स्कूल में नहीं जाएगा. इस समस्या के हल का यही एकमात्र तरीका है.’’

उन्होंने कुछ चुनिंदा स्कूल शिक्षकों को हथियारों से लैस करने के अपने प्रस्ताव की आलोचना पर जवाब देते हुए कहा, ‘‘बंदूकों से मुक्त जगहें बनाने से समस्या का समाधान नहीं होगा क्योंकि वे वहां पहुंच जाएंगे और  वहां बंदूक सिर्फ उनके पास होगी. इसलिए हमें आक्रामक क्षमता चाहिए और हम इस बारे में कुछ करेंगे.’’

22 फरवरी को व्हाइट हाउस के स्टेट डाइनिंग रूम में ट्रंप ने नाराज छात्रों और अभिभावकों से मुलाकात करते वक्त उन्होंने कहा कि ऐसे चुनिंदा शिक्षकों को बंदूक दे दी जाएं जिन्हें इन्हें चलाने का विशेष प्रसिक्षण प्राप्त हो,  ताकि ऐसी स्थिति में हमलावर को जवाब दिया जा सके. उन्होंने यह भी कहा था कि वे इसके पक्ष में कतई नहीं कि सभी शिक्षकों को हथियारबंद कर दिया जाए. उन्होंने कहा था कि इसके लिए 20 प्रतिशत लोग पर्याप्त होंगे.

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