हार पर शास्त्री बोले- 10 दिन पहले आते तो कुछ और होते नतीजे
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गई भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज गंवा दी है. तीन मैचों की सीरीज में टीम इंडिया 2-0 से पीछे है. टीम के प्रदर्शन की हर जगह कड़ी निंदा की जा रही है. इस बीच टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने इस बात को स्वीकारा है कि टीम को इस दौरे की शुरुआत दस दिन पहले करनी चाहिए थी जिससे खिलाड़ी यहां की परिस्थितियों से तालमेल बिठा पाते.
शास्त्री ने इसके साथ ही कहा कि भविष्य में टीम के दौरे पर तैयारियों के लिए और अधिक समय दिया जाना चाहिए. भारतीय टीम सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच यहां बुधवार से खेलेगी.
रवि शास्त्री ने कहा, ‘‘ सीरीज में 0-2 से पिछड़ने का मुख्य कारण ‘विदेशी हालात’ हैं. भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर 28 दिसंबर को पहुंची थी और पहला टेस्ट मैच पांच जनवरी से था. भारतीय कोच ने अभ्यास सत्र के बाद कहा, ‘‘ हम घरेलू परिस्थिति से परिचित है, हमें अपनी सरजमीं पर जूझना नहीं चाहिए था, लेकिन हम वहां भी जूझे और अच्छी वापसी की. मैं कहना चाहूंगा कि यहां अभ्यास के लिये 10 दिन और मिलते तो काफी बदलाव होता.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम कोई बहाना नहीं बनाना चाहते, हम जिस पिच पर खेले वह दोनों टीमों के लिये थी और मैं उस बात पर ध्यान देना चाहूंगा की दोनों टेस्ट में हमने 20 विकेट लिए. जिससे हमें दोनों मैचों में जीतने का मौका मिला, अगर हमारा शीर्षक्रम चला तो तीसरा मैच भी अच्छा होगा.’’
रवि शास्त्री ने कहा कि उनकी टीम को ‘स्कूली बच्चों जैसी गलतियां’ करने से बचना होगा जिसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में तीन रन आउट भी शामिल हैं.
शास्त्री ने अभ्यास सत्र के बाद सेंचुरियन में भारतीयों के रन आउट होने के संदर्भ में कहा, ‘‘इससे काफी पीड़ा हुई. परिस्थितियां पहले ही कड़ी हैं और तीस पर आप रन आउट होते तो आपको बुरा लगता है और इसमें कोई संदेह नहीं. उम्मीद है कि ये गलतियां आगे नहीं दोहरायी जाएंगी क्योंकि ये स्कूली बच्चों जैसी गलतियां हैं. ’’
बता दें कि सेंचुरियन में चेतेश्वर पुजारा दोनों पारियों में रन आउट होने वाले भारत के पहले बल्लेबाज बने जबकि हार्दिक पंड्या भी अपने लचर रवैये के कारण रन आउट होकर पवेलियन लौटे. पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर, कपिल देव ने भी हार्दिक पंड्या के रनआउट की कड़ी निंदा की थी.