सदन में उठा मुद्दा तो हरकत में आया जिला प्रशासन, खाली कराया अवैध कब्जा

दलित हत्याकांड में तीन वर्ष से फरार आरोपियों की गिरफ्तारी का गांव के लोगों को इंतजार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की उम्मीद लगाये बैठा पीडि़त परिवार

लखनऊ। फतेहपुर जिले की खागा तहसील के पट्टïीशाह गांव में दलित की हत्या करने के बाद उसकी और ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों पर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए अवैध कब्जे को मुक्त कराया। विधान परिषद में बसपा के सुनील कुमार चित्तौड़ ने यह मामला उठाया था जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और कब्जा हटाने की कार्रवाई को पूरा किया गया। हालांकि अभी कब्जेदारों के खिलाफ कोई एफआईआर नहीं हुई है।

दरअसल पट्टïीशाह गांव में रहने वाले दलित सुन्दर की जमीन पर गांव के दबंग और हत्यारोपियों की नजर थी, कई बार धमकाने के बाद भी जब सुन्दर ने अपनी जमीन उनके हवाले नहीं की तो शरीफ सेठ सहित अन्य लोगों ने सुन्दर की हत्या कर दी और उसकी जमीन के साथ ग्राम समाज की जमीन पर भी कब्जा कर लिया। जिला प्रशासन से कई बार न्याय की गुहार लगा चुका दलित सुन्दर का परिवार की मदद के लिए बसपा नेता सामने आये और यह मामला विधान परिषद में उठाया गया। इसे बाद ग्राम प्रधान शाहिद रजा ने भी दलित सुन्दर के परिवार की भरपूर मदद की और जिला प्रशासन की मदद की कब्जा खाली हो सका। सुन्दर हत्याकांड में शरीफ सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ पिछले तीन सालों से वारंट होने के बाद भी अभी इन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया। इस मामले में एडीएम खागा से कई बार बात करने की कोशिश की गयी लेकिन उनका फोन नहीं उठा।

दलित हत्याकांड में अभी तक फरार है शरीफ सेठ

सुन्दर हत्याकांड में शरीफ सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ पिछले तीन सालों से वारंट होने के बाद भी अभी इन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। ग्राम प्रधान शाहिद रजा ने बताया कि सुन्दर के हत्यारोपी गांव में ही रह रहे हैं और लगातार सुन्दर के परिवार पर सुलह का दबाव बना रहे हैं। समूचा गांव सुन्दर के परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि गांव के लोग अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में इस बात की अपेक्षा कर रहे हैं कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जायेगा, दलित परिवार भी इसी का इंतजार कर रहा है।

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