
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप गोलीबारी के शिकार नेशनल गार्ड्स के जवानों को परिजनों से व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे। नेशनल गार्ड्स के जवानों साराह बेकस्ट्रोम और एंड्रयू वोल्फ को बीते बुधवार को वॉशिंगटन डीसी में एक अफगान मूल के व्यक्ति ने गोली मार दी थी। हमले में गंभीर रूप से घायल साराह बेकस्ट्रोम की इलाज के दौरान मौत हो गई थी और एंड्रयू वोल्फ अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
व्हाइट हाउस में परिजनों को बुलाया
ट्रंप ने पीड़ित परिवारों को व्हाइट हाउस आने का न्योता दिए जाने की जानकारी देते हुए कहा, ‘मैंने साराह बेकस्ट्रोम के परिजनों से बात की थी और वे बेहद दुखी थे’। ट्रंप ने बताया कि वे साराह और एंड्रयू का व्हाइट हाउस में सम्मान करना चाहते हैं। साराह बेकस्ट्रोम और एंड्रयू वोल्फ वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड्स का हिस्सा थे और वॉशिंगटन डीसी में अपराध के खिलाफ अभियान के तहत राजधानी में तैनात थे। 29 साल के अफगानिस्तान मूल के युवक रहमानुल्ला ने दोनों को गोली मार दी थी। हमले के बाद रहमानुल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया था। ट्रंप ने इसे आतंकी हमला करार दिया और अफगानिस्तान के सभी नागरिकों को वीजा जारी करने पर अगले आदेश तक रोक लगा दी।
बाइडन सरकार पर लगे आरोप
अमेरिका के गृह सुरक्षा विभाग की प्रमुख क्रिस्टी नोएम ने वॉशिंगटन डीसी में हुए हमले के लिए पूर्व के बाइडन प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। क्रिस्टी नोएम ने कहा कि आरोपी के अमेरिका में रहने की आवेदन प्रक्रिया बाइडन सरकार में शुरू हुई थी। ऐसे में वॉशिंगटन डीसी में हुई गोलीबारी और साराह बेकस्ट्रोम की मौत की जिम्मेदारी भी सीधे तौर पर जो बाइडन और उनके प्रशासन की है।
क्रिस्टी नोएम ने बताया कि वॉशिंगटन में गोलीबारी के आरोपी रहमानुल्ला लकनवाल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। लकनवाल साल 2021 में बाइडन सरकार के ऑपरेशन एलाइज वेलकम के तहत अमेरिका आया था। नोएम ने आरोप लगाया कि बाइडन सरकार ने अफगानिस्तान से अमेरिका आने वाले लोगों की ठीक तरीके से जांच नहीं कराई। नोएम ने आरोप लगाया कि न उनकी बायोमीट्रिक जानकारी इकट्ठा की गई, न ही उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, संचार और सगे संबंधियों के नंबरों की जांच की गई। अटॉर्नी जनरल पाम बोन्डी ने कहा कि वे हमलावर के लिए मौत की सजा की मांग करेंगे।