
जॉन कैंपबेल ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज की मैच में शानदार वापसी कराई। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने खेल के चौथे दिन रवींद्र जडेजा की गेंद पर छक्का लगाकर अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। वह ऐसा करने वाले वेस्टइंडीज के केवल पांचवें बल्लेबाज बने हैं। इस शतक के साथ कैंपबेल ने सात साल का सूखा भी खत्म किया। वह भारत के खिलाफ टेस्ट शतक लगाने वाले वेस्टइंडीज के पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
जॉन कैंपबेल ने पहला टेस्ट शतक जड़ा
दरअसल, वेस्टइंडीज के मौजूदा टेस्ट कप्तान रोस्टन चेस आखिरी बार भारत के खिलाफ शतक जमाने वाले बल्लेबाज थे, जिन्होंने अक्टूबर 2018 में हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में यह उपलब्धि हासिल की थी। वहीं, 2025 में भारत के खिलाफ जॉन कैंपबेल ने दिल्ली टेस्ट में शतक जड़कर 7 साल का सूखा खत्म किया। कैंपबेल को अपना पहला टेस्ट शतक लगाने में 50 पारियां (25 टेस्ट) लगीं। उन्होंने टेस्ट डेब्यू 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था।
पहला टेस्ट शतक लगाने में सबसे ज्यादा पारियां खेलने वाले ओपनर बल्लेबाज
ट्रेवर गॉडर्ड -58
जॉन कैंपबेल -49
डैरेन गंगा -44
इमरुल कायेस-32
बॉब सिम्पसन- 31
जॉन कैंपबेल इस मामले में बने पहले वेस्टइंडीज ओपनर
इस बीच, जॉन कैंपबेल 19 साल बाद भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाने वाले पहले वेस्टइंडीज ओपनर बन गए हैं। डैरेन गंगा, जो इस टेस्ट में कमेंट्री कर रहे हैं, वह आखिरी ओपनर थे जिन्होंने 2006 में 135 रन बनाए थे।
भारत की धरती पर टेस्ट शतक जड़कर इतिहास रचा
इसके अलावा, कैंपबेल भारत की सरजमीं पर 23 साल में पहली बार भारत के खिलाफ टेस्ट शतक लगाने वाले पहले कैरेबियाई ओपनर बने हैं। इससे पहले वेवेल हाइंड्स ने 2002 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में यह कारनामा किया था।
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने शाई होप के साथ तीसरे विकेट के लिए 177 रनों की शानदार साझेदारी भी की, जिससे वेस्टइंडीज ने भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 150+ रनों की साझेदारी का 14 साल पुराना इंतजार भी खत्म कर दिया।