
बाइसेप्स यानी बांहों की वह मांसपेशी जो अक्सर ताकत और फिटनेस की पहचान मानी जाती है। चाहे पुरुष हो या महिला, मजबूत और उभरी हुई बाइसेप्स उनके सेल्फ कॉन्फिडेंस को बढ़ाती है और शरीर की सुंदरता में निखार लाती है।
हालांकि, बाइसेप्स को मजबूत और आकार में लाने के लिए केवल भारी वजन उठाना काफी नहीं है, बल्कि सही टेकनीक और लक्ष्य आधारित एक्सरसाइज भी जरूरी होती हैं। यहां बताई गई कुछ प्रभावशाली एक्सरसाइज बाइसेप्स की मांसपेशियों के निर्माण के लिए बहुत फायदेमंद हैं। तो आइए जानते हैं इनके बारे में-
बारबेल कर्ल
यह सबसे पॉपुलर बाइसेप एक्सरसाइज है। इसमें एक स्ट्रेट बारबेल को दोनों हाथों से पकड़कर धीरे-धीरे ऊपर उठाया जाता है। इससे पूरी बाइसेप मांसपेशी पर जोर पड़ता है और उसका साइज व ताकत बढ़ती है।
डम्बल कर्ल
यह एक्सरसाइज एक या दोनों हाथों से की जा सकती है। इसका मेन फायदा यह है कि दोनों बाजुओं की ताकत को बराबर बढ़ाने में मदद मिलती है। इसे खड़े या बैठे किसी भी पोजिशन में किया जा सकता है।
हैमर कर्ल
इसमें हथेलियों को शरीर की ओर रखते हुए डम्बल को ऊपर उठाया जाता है। यह बाइसेप्स की लंबाई को बढ़ाने और फोरआर्म्स को भी मजबूत करने में मदद करता है।
प्रीचर कर्ल
यह खासकर बेंच पर की जाने वाली एक्सरसाइज है, जो आर्म मूवमेंट को नियंत्रित रखती है। इससे बाइसेप्स पर सीधा असर होता है और मसल्स को आइसोलेट किया जा सकता है।
कॉन्सन्ट्रेशन कर्ल
एकाग्रता के साथ बैठकर एक हाथ से डम्बल उठाना होता है। यह बाइसेप्स की शेप सुधारने और “पीक” बनाने में सहायक होती है।
केबल कर्ल
इसमें केबल मशीन का उपयोग होता है, जिससे मांसपेशियों पर लगातार तनाव बना रहता है। यह मसल्स टोनिंग और शेप के लिए बेस्ट मानी जाती है।
चिन-अप्स
यह एक बॉडीवेट एक्सरसाइज है, जिसमें बाइसेप्स के साथ-साथ बैक मसल्स भी एक्टिव होती हैं। यह ताकत और स्टैमिना दोनों को बढ़ाती है।
इन सातों एक्सरसाइज को हफ्ते में 2–3 बार नियमित रूप से करने से बाइसेप्स की ताकत, साइज और फ्लेक्सिबिलिटी बेहतर होती है। हां एक्सरसाइज के साथ बैलेंस्ड डाइट, पर्याप्त प्रोटीन और नींद भी जरूरी है।