बिहार: बिहारवासियों को 5736 करोड़ की विकास योजनाओं की सौगात देने आ रहे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 दिन के अंदर दूसरी बार बिहार आ रहे हैं। वह आज सीवान के जसौली में जनसभा को संबोधित करेंगे। साथ ही बिहारवासियों को 5736 करोड़ रुपये की 22 विकास योजानाओं की सौगात देंगे। पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर सारी तैयारी पूरी हो चुकी है। पाटलिपुत्र जंक्शन से गोरखपुर के बीच चलने वाली एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी।
प्रधानमंत्री शहरी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 53,666 लाभार्थियों के खाते में पहली किस्त के रूप में कुल 51 हजार करोड़ रुपये की राशि स्थानांतरित करेंगे। इसके अलावा 6684 शहरी गरीब परिवारों को पक्के मकान की चाबी सौंपकर गृह प्रवेश भी कराया जाएगा। प्रधानमंत्री इस दौरे में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 11 परियोजनाओं और नमामि गंगे मिशन की 4 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे, जिन पर कुल 2997 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
सम्राट चौधरी बोले- केंद्र सरकार ने अपने खजाने का द्वार खोला
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस वर्ष का बिहार का पांचवां दौरा है और बीते 20 दिनों में दूसरी बार वे बिहार आ रहे हैं। इससे स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री राज्य के सर्वांगीण विकास को लेकर कितने गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास मॉडल में प्रधानमंत्री का विश्वास ही है कि केंद्र सरकार ने बिहार के लिए अपने खजाने का द्वार खोल दिया है।
मंगल पांडेय ने कहा- ऐतिहासिक होगा पीएम मोदी का कार्यक्रम
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दावा किया कि यह जनसभा न केवल भीड़ के लिहाज से ऐतिहासिक होगी, बल्कि इसमें घोषित होने वाली योजनाएं भी राज्य के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के जिला से लेकर राज्य स्तर के नेता, कार्यकर्ता इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरी तरह जुटे हुए हैं। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा, यातायात, बैठने की व्यवस्था और मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। जसौली गांव में होने वाले कार्यक्रम के लिए पांच विशाल शेड तैयार किए जा रहे हैं, इनमें से प्रत्येक में लगभग 60 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। आयोजन स्थल पर लगातार तैयारियों की निगरानी जिला प्रशासन और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी कर रहे हैं। दिन-रात काम जारी है, ताकि किसी भी प्रकार की कमी न रह जाए।