अलीगढ़ एनकाउंटर पर पुलिस के पक्ष में उतरे पहलवान योगेश्वर दत्त
पुलिस मुठभेड़ के दौरान मीडिया की मौजूदगी पर सवाल उठा रहे राजनीतिक दलों को अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने तगड़ी नसीहत दी है। अलीगढ़ के हरदुआगंज में 20 सितंबर को मुठभेड़ में मारे गए दो बदमाशों पर हो रही राजनीति के बीच अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी व एशियन गेम्स में गोल्ड पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने ट्वीट किया है कि अपराध पर राजनीति करने वाले अपराधी व पुलिस में फर्क समझें।
पुलिस कल तक मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों का सही ठिकाना तलाशने में जुटी रही। परिवार की महिलाओं को लेकर पुलिस छर्रा भी गई, जहां वे रही थीं। इसके बाद इनके तार पश्चिम बंगाल से जुड़े तारों की भी तस्दीक कर रही है।
पुलिस ने मुठभेड़ में छर्रा के शिवपुरी हाल निवासी नौशाद व मुस्तकीम को मार गिराया था। दावा किया है कि मारे गए बदमाश तीन साधु समेत छह लोगों की हत्या में शामिल थे। इनके पांच साथी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके थे, तब ये भागने में सफल रहे थे। पूर्व विधायक जमीर उल्लाह व कांग्रेस के पूर्व सांसद चौ. बिजेंद्र सिंह ने मुठभेड़ को फर्जी करार देते हुए जांच की मांग की थी। कई और संगठनों ने भी पुलिस की कार्रवाई को कठघरे में खड़ा किया।
ऐसे में पहलवान योगेश्वर दत्त का यह ट्वीट पुलिस को राहत देने वाला है। रविवार को किए ट्वीट में योगेश्वर ने लिखा है कि सुरक्षित समाज के लिए तय करें कि अपराधियों पर राजनीति करनी है या पुलिस का सपोर्ट। अलीगढ़ में मारे गए बदमाश जघन्य अपराधी थे। अपराध पर राजनीति करने वाले, अपराधी और पुलिस में फर्क को समझें। जय हिंद।
उत्तर प्रदेश पुलिस में डिप्टी एसपी अनुज कुमार चौधरी ने भी इस एनकाउंटर पर पुलिस की पीठ थपथपाई है। अलीगढ़ में तैनात रह चुके अनुज चौधरी भी पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान है। उनको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने के कारण अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
सीओ अतरौली प्रशांत सिंह ने बताया कि मारे गए बदमाशों का मूल पता जुटाने में पुलिस लगी है। रविवार को बदमाशों के परिवार की महिलाओं को छर्रा भी ले गई थी, जहां वे किराये पर रहे थे। इसकी पुष्टि हो चुकी है। बदमाशों के पश्चिम बंगाल के मूल निवासी होने की जानकारी मिली है, इसकी पुष्टि कराई जा रही है। जल्द ही हकीकत सामने आ जाएगी।