आतंक पैदा करता था तबरेज का नाम, एके-47 से की थी सुशांतो की हत्या

बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में दर्जन भर से ज्यादा बहुचर्चित हत्याकांडों में नामजद मो. तबरेज का नाम धनबाद कोयलांचल में भी आतंक पैदा करता था। उसने एके-47 से 5 अक्टूबर 2002 को झारखंड के तत्कालीन अखिल हिंद फॉरवर्ड ब्लॉक अध्यक्ष सुशांतो सेनगुप्ता पर गोलियां बरसाई थी। सेनगुप्ता के साथ ही उनके भाई संजय सेनगुप्ता और सहयोगी डीपी पाल मारे गए थे।आतंक पैदा करता था तबरेज का नाम, एके-47 से की थी सुशांतो की हत्या

अपराधियों ने शुक्रवार को पटना की सड़कों पर दिन दहाड़े तबरेज को गोलियों से भून डाला। वह धनबाद में घटित कई मामलों में नामजद था। मो. तबरेज की शुक्रवार दोपहर पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र में नमाज पढ़कर लौटने के दौरान गोलियों से भून हत्या कर दी गई। उसने धनबाद जिले में जीटी रोड पर नामकलानी के नजदीक फारवर्ड ब्लॉक नेता सुशांतो सेनगुप्ता समेत तीन की एके-47 से गोली बरसा हत्या की थी। इसके साथ ही गैंग्स ऑफ वासेपुर के कुख्यात फहीम खान पर भी एके-47 से गोलियों की बौछार की था। हालांकि फहीम खान ने छत कूद अपनी जान बचा ली थी। तबरेज के इशारे पर फहीम के साले टुन्ना खान को भी गोली मारी थी। तबरेज के खिलाफ धनबाद, निरसा व बैंकमोड़ थाने में प्राथमिकी दर्ज है। राजद के सिवान से पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के शार्प शूटर ने धनबाद में अपना सिक्का जमाने की कोशिश की थी।

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