रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने शुरू की अपनी फाइनेंशियल सर्विस कारोबार को अलग करने की प्रक्रिया…

मार्केट कैपिटल के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited) ने अपने फाइनेंशियल सर्विस कारोबार को अलग करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी मकसद से कंपनी ने आगामी 2 मई 2023 को लेनदारों और शेयरधारकों की एक बैठक आयोजित करने का ऐलान किया है। इस खबर के बीच, शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 3 प्रतिशत की तेजी रही और यह 2300 रुपये से ज्यादा पर कारोबार कर रहा था।
क्या होगा बैठक में फैसला इस बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस के डी-मर्जर योजना पर मुहर लगाएगी। यह कारोबार रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडयरी रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स से अलग होगा। इसे जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ( Jio Financial Services) के नाम से डी-मर्ज किया जाएगा और इसके बाद स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग होगी। यह डी-मर्जर शेयर-स्वैप व्यवस्था के माध्यम से प्रभावी होगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरधारकों को उनके द्वारा रखे गए प्रत्येक शेयर के लिए जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का एक शेयर मिलेगा। 31 मार्च, 2022 तक रिलायंस इंडस्ट्रीज के वित्तीय सेवा का कारोबार 1387 करोड़ रुपये था। केवी कामथ नई कंपनी के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष होंगे। बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड ने नवंबर 2022 में डी-मर्जर को मंजूरी दे दी थी। वर्तमान में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। एक्सपर्ट हैं बुलिश रिलायंस के शेयर को लेकर ब्रोकरेज बुलिश नजर आ रहे हैं। जेएम फाइनेंशियल ने इस शेयर के लिए 2900 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। 29 अप्रैल 2022 को शेयर की कीमत 2,855 रुपये तक गई थी। यह 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर था। वहीं, बीते 20 मार्च को शेयर लुढ़क कर 2,180 रुपये के 52 हफ्ते के निचले स्तर पर आ गया था।
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