पहली बार इमरान खान की सरकार से भारत करेगा बातचीत, होगी इस खास मुद्दे पर चर्चा

बेशक दोनों ही देश रचनात्मक बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन व्यापक बातचीत को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। भारत कई मौकों पर यह बात साफ कर चुका है कि जब तक पाकिस्तान भारत के खिलाफ काम कर रहे आतंकी समूहों पर कोई कार्रवाई नहीं करता तब तक उसके साथ व्यापक बातचीत संभव नहीं है। दोनों देशों के बीच फिलहाल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच अगले महीने होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की बैठक से पहले बातचीत की संभावना से इंकार नहीं किया गया है।
पाकिस्तान ने पिछले साल वर्ल्ड बैंक के सामने जम्मू कश्मीर में किशनगंगा (330 मेगावाट) और रातले (850 मेगावाट) में होने वाली पनबिजली परियोजनाओं का मोदी द्वारा किए जाने वाले उद्घाटन और भारत के डिजाइन पर सवाल उठाते हुए अपनी चिंता व्यक्त की थी। पाकिस्तान का कहना था कि यह परियोजना समझौते का उल्लंघन करता है और इससे पाकिस्तान में बहने वाली नदी की जल आपूर्ति सीमित हो जाएगी। बता दें कि वर्ल्ड बैंक सिंधु जल समझौते की निगरानी करता है।