इजराइली फिल्म निर्माता नदव लापिद के इस टिप्पणी से खड़ा हुआ विवाद, जानें पूरा मामला

इजराइली फिल्म निर्माता नदव लापिद की ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने इसे दुष्प्रचार करने वाली फिल्म बताया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने द कश्मीर फाइल्स पर नदव लापिद के इस कमेंट को सही करार दिया है। उन्होंने कहा, ‘यह एक पार्टी की ओर से दूसरे दल के खिलाफ प्रोपेगेंडा था। एक पार्टी और सरकार पब्लिसिटी में बिजी रही लेकिन इस फिल्म के रिलीज होने के बाद कश्मीर में सबसे अधिक संख्या में हत्याएं हुईं। कश्मीरी पंडित और सुरक्षाकर्मी मारे गए।
उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना नेता संजय राउत ने सवाल किया, ‘कश्मीर फाइल्स के ये लोग उस वक्त कहां थे? कश्मीरी पंडितों के बच्चे भी प्रदर्शन कर रहे थे तब ये कहां थे? उस समय तो कोई आगे नहीं आया। कश्मीर फाइल्स 2.0 के लिए तो कोई प्लान नहीं था, उसे भी बनाइए।’ ‘द कश्मीर फाइल्स’ को दुष्प्रचार करने वाली फिल्म बताया गौरतलब है कि 53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के जूरी प्रमुख और इजराइली फिल्मकार नदव लापिद ने गोवा में सोमवार यह टिप्पणी की। उन्होंने हिंदी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को दुष्प्रचार करने वाली और भद्दी फिल्म बताया। इस फिल्म के लेखक एवं निर्देशक विवेक अग्निहोत्री हैं। इसका निर्माता ‘जी स्टूडियोज’ है। फिल्म पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की ओर से कश्मीरी पंडितों की हत्या के बाद समुदाय के कश्मीर से पलायन पर आधारित है। जानें क्या बोले निर्देशक विवेक अग्निहोत्री फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि सच सबसे खतरनाक चीज है, क्योंकि यह लोगों को झूठा बना सकता है। अग्निहोत्री की इस प्रतिक्रिया से पहले ‘द कश्मीर फाइल्स’ में काम करने वाले अभिनेता अनुपम खेर ने मंगलवार को कहा कि सत्य हमेशा असत्य पर विजय प्राप्त करेगा। मालूम हो कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ इस साल 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। यह इफ्फी के ‘इंडियन पनोरमा सेक्शन’ का हिस्सा थी और इसका 22 नवंबर को प्रदर्शन किया गया था।
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