रूस में TikTok ऐप हुआ सस्पेंड, जानिए क्यों नहीं मिला चीनी सपोर्ट

नई दिल्ली, यूक्रेन पर हमले के बाद पूरी दुनिया रूस के खिलाफ लामबंद हो गई है। अमेरिकी और यूरोपीय देश ने अपनी सभी तरह की सर्विस को रूसी लोगों के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। हालांकि रूस के खिलाफ प्रतिबंध के मामले में भारत, चीन जैसे कुछ देश न्यूट्रल रूख अपनाए हुए थे। लेकिन अब खबर है कि चीनी शार्ट वीडियो मेकिंग कंपनी टिकटॉक (TikTok) ने रूस में अपनी सभी तरह की सर्विस को प्रतिबंधित कर दिया है। मतलब रूसी लोग Tiktok ऐप पर किसी भी वीडियो का लाइव स्ट्रीम नहीं कर पाएंगे। साथ ही यूजर्स इस प्लेटफॉर्म पर कोई वीडियो भी अपलोड नहीं कर पाएंगे।

रूस में चीनी ऐप Tiktok ऐप के सस्पेंड होने की वजह

बता दें कि Tiktok के रूस में सस्पेंड होने के पीछे चीन नहीं है। दलअल रूस के अपने नियम TikTok के सस्पेंड होने की वजह बन रहे हैं। दरअसल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरफ से बीते शुक्रवार को एक नया मीडिया कानून को देशभर में लागू कर दिया गया है, जिसकी वजह से चीनी सोशल मीडिया कंपनी TikTok को रूस में अपनी सर्विस जारी रखने में समस्या हो रही है।

Tiktok ने दी सफाई 

सोशल मीडिया कंपनी TikTok ने कहा कि हमारे पास टिकटॉक सर्विस को सस्पेंड करने के अलावा कोई चारा नहीं था। नए मीडिया कानून में प्राइवेसी के चलते सर्विस को सस्पेंड किया जा रहा है। हालांकि टिकटॉक की तरफ से पूरे मामले का रिव्यू करने की बात कही गयी है।

अमेरिका ने की नए कानून की आलोचना 

अमेरिकी सरकार ने शनिवार को रूस के नए मीडिया कानून की जमकर आलोचना की है। यूएस ने कहा कि नए कानून को किसी भी व्यक्ति को डराने के मकसद से लाया गया है। बता दें कि नए कानून के तहत फेक न्यूज फैलाने पर यूजर्स को 15 साल की जेल की सजा तय की गई है।

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