यहां जंगलों में ‘लाल अातंक’ खत्म करने के साथ शिक्षा की अलख जगा रहे जवान

 नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में केंद्रीय बल सीआरपीएफ के जवान विकास और देश के प्रति अपने कर्तव्य की नई इबारत लिख रहे हैं। राज्य के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित इलाके बीजापुर में बड़ी संख्या में केंद्रीय सुरक्षा बल सीआरपीएफ को तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि इन जवानों ने नक्सलियों का सफाया करने के साथ- साथ इलाके में मुफ्त शिक्षा की भी अलख जगा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, इलाके में तैनात जवान यहां के लोगों को मुफ्त कोचिंग प्रदान कर रहे हैं।

नक्सल प्रभावित इलाके के केंद्र चेरपाल गांव जो बीजापुर मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर है। यहां आपको 15 साल से कम उम्र के 30 से 40 बच्चे एक पेड़ के नीचे बेंच लगा कर पढ़ाई करते नजर आ जायेंगे। इन बच्चों के सामने 85 बटालियन का एक सीआरपीएफ जवान बोर्ड के मदद से उन्हें पढ़ाता हुआ नजर आता है।

 

असिस्टेंट कमांडेंट अविनाश ने बताया, हम समाज के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। इन बच्चों के अंदर प्रतिभा कूट-कूट कर भरी हुई है। उन्होंने बताया कि हमारे पास प्रोजेक्टर भी हैं जिसमें हम उन बच्चों को प्रेरणादायक फिल्में दिखाते हैं। कमांडेंट सुधीर कुमार ने जानकारी दी कि सीआरपीएफ के जवान इन बच्चों को मुफ्त में स्टेशनरी भी उपलब्ध करवाते हैं।

उन्होनें आगे कहा, हम विकास कार्यों को पूरा करने का बस एक माध्यम बनने की कोशिश कर रहे हैं। हम इन बच्चों को उनकी प्रतिभा के अनुसार बेहतर शिक्षा देने की कोशिश करेंगे। इस प्रयास से सीआरपीएफ की टीम ना सिर्फ बच्चों का भविष्य सुधारने की कोशिश कर रही है बल्कि उन्हें नक्सलियों के समूह में भर्ती होने से भी बचा रही है। बता दें कि नक्सलियों को समूह अपने नक्सल कार्यों को अंजाम देने के लिए सबसे ज्यादा छोटे बच्चों को प्रशिक्षण देकर अपने दस्ते में शामिल करते हैं।

E-Paper